रफीक खान
मध्य प्रदेश के खंडवा जिले में जल संकट को लेकर घरों में रहने वाली महिलाएं सड़क पर उतर आई। चक्का जाम की स्थिति निर्मित हो गई। विरोध प्रदर्शन की सूचना पर एसडीएम बजरंग बहादुर पहुंचे और उन्होंने फिर की धमकी देते हुए अन्य बातें कह डाली। जिस पर महिलाएं विफर पड़ी और उन्होंने कहा कि वो मजबूर होकर सड़क पर उतरी है लेकिन इतने बड़े अधिकारी के मुंह से इस तरह की भाषा शोभा नहीं देती। महिलाओं के विरोध को गंभीरता से लिया जाना चाहिए और समस्या का समाधान किया जाना चाहिए। अधिकारियों का कर्तव्य भी यही होता है, ना कि मजबूर महिलाओं को रौब दिखाना चाहिए। "SDM threatened me", the women said we were forced to come out on the streets, such language does not suit a senior officer
जानकारी के मुताबिक कहा जाता है कि खंडवा शहर में नर्मदा पाइपलाइन के बार-बार फूटने से दो हफ्तों से लगातार पानी की किल्लत है। रविवार को लोगों का सब्र टूट गया। उन्होंने इंदिरा चौक पर प्रदर्शन किया। इस बीच महिलाओं और SDM बजरंग बहादुर के बीच तीखी बहस हो गई। घटना का वीडियो भी सामने आया है। महिलाओ ने कहा कि नियम मानते ज्यादा समस्या होने पर सड़क पर उतर आए हैं। महिलाएं बोलीं-आप इस तरह बात नहीं कर सकते। SDM बजरंग बहादुर ने गुस्से में आकर कह डाला कि पूरे शहर को छोड़कर सिर्फ आपको ही परेशानी है। एसडीएम परेशान महिलाओं से बराबर की बहस करते रहे और जब उन्होंने यह कहा कि हम देखेंगे तो महिलाओं ने कहा कि इस तरह की बदतमीजी मत करिए। महिलाएं बार-बार अधिकारियों को याद दिला रही थी कि उनकी ड्यूटी क्या है और किस तरह से उन्हें शालीन होना चाहिए।