वक्फ संशोधन बिल यानि कि हमारे बुजुर्गों की संपत्ति पर डाका, मुफ्ती ए आज़म मप्र की सदारत में राष्ट्रपति के नाम कानून रद्द करने के लिए सौंपा गया ज्ञापन - khabarupdateindia

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वक्फ संशोधन बिल यानि कि हमारे बुजुर्गों की संपत्ति पर डाका, मुफ्ती ए आज़म मप्र की सदारत में राष्ट्रपति के नाम कानून रद्द करने के लिए सौंपा गया ज्ञापन


रफीक खान
 मध्य प्रदेश के जबलपुर शहर के हर क्षेत्र में रहने वाले मुसलमानो के एक बड़ी भीड़ द्वारा रविवार को अपरान्ह 3:00 बजे मंडी मदार टेकरी स्थित मैदान में एकत्रित होकर राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन जिला कलेक्टर के माध्यम से सौंपा गया। इस भीड़ की सदारत मुफ्ती ए आज़म मध्य प्रदेश हजरत मौलाना डॉक्टर मुशाहिद राजा सिद्दीकी ने की। ज्ञापन के पूर्व आयोजित सभा के संबोधन के दौरान सभी वक्ताओं ने एकजुटता के साथ कहा कि वक्फ संशोधन कानून यानी कि बुजुर्गों की संपत्ति पर डाका डालने वाला प्रयास है। पूरे भारत का मुस्लिम समुदाय इसे रिजेक्ट कर रहा है। राष्ट्रपति महोदया से आग्रह किया गया कि इस कानून को तत्काल प्रभाव से रद्द करने की कार्रवाई की जाए।

इस मौके पर मुफ्ती ए आज़म मध्यप्रदेश हज़रत मौलाना डाक्टर मुहम्मद मुशाहिद रज़ा कादरी ने लोगों को खिताब करते हुए कहा कि सरकार को हमारी भावनाओं का सम्मान करते हुए वक्फ संशोधन बिल को वापस लेना होगा। उन्होंने कहा हमारे पूर्वजों ने अल्लाह की राह में जो सम्पत्ति दान कर दी है, उसमें सरकार का दखल ठीक नहीं है। कांग्रेस नेता जेडीए के पूर्व उपाध्यक्ष हाजी मुहम्मद कदीर सोनी एवं वरिष्ठ समाज़ सेवी हाजी गुलाम मोहम्मद भूरे पहलवान ने लोगों को खिताब करते हुए कहा कि हमें वक्फ संशोधन बिल के खिलाफ एकजुट होकर आगे आना होगा। उपस्थित कॉग्रेस नगर अध्यक्ष सौरभ शर्मा, मुफ्ती नईम अख्तर मिस्बाही , मुफ्ती अकबर मिस्बाही, मुफ्ती अब्दुल रहमान , मुफ्ती अब्दुल फ़रीद, मुफ्ती फैजान , मौलाना महताब आलम एवं अनेक मस्जिदों के इमाम, इरशाद राइन उर्फ गुड्डू भाई, जमी अतुल कुरेश के अध्यक्ष अमीन कुरैशी, सरवर अकबर खान , सरदार हाजी हकीम बाबा, पप्पू वसीम , ताहिर खान , अशरफ मंसूरी, शाकिर हुसैन कुरैशी, पार्षद गुलाम हुसैन , पार्षद याकूब अंसारी , पार्षद वकील अंसारी , पार्षद अख्तर अंसारी , पार्षद शफीक हीरा , पार्षद नवी अहमद गुड्डू , पार्षद कलीम खान , पार्षद सरफराज खान , पार्षद मतीन अहमद , पार्षद प्रतिनिधि ताहिर अली , हाजी मक़बूल रज़वी, गुड्डू राईन , बहार अंसारी, जानी खान , हाजी सलीम खान , आज़म अली खान , एडवोकेट सलीम खान , निहाल मंसूरी, नायब कुरैशी, आबिद मंसूरी, हाजी इसलाम कुरैशी, शाबान मंसूरी, आरिफ़ हसन सिद्दीकी , परवेज़ अख्तर, मज़हर उस्मानी , आशिफ इक़बाल , तौसीफ चंकी, हारून खान , टीपू राईन , मुन्ना बाबू कुरैशी, चांद कुरैशी, शादाब अंसारी एवं शहर के आसपास के हजारों की तादाद में लोग मौजूद रहे।