रफीक खान
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के मिसरोड इलाके में अंतर राज्यीय सॉल्वर गिरोह पकड़ा गया है। मिसरोद पुलिस ने इस ग्रुप के तीन सदस्यों को गिरफ्तार कर उनके पास से एक टैबलेट, दो मोबाइल, आईडी कार्ड, क्रेडिट कार्ड और करीब डेढ़ लाख रुपए नगद बरामद किए हैं। सीबीएसई भर्ती परीक्षा में फर्जी परीक्षार्थी बनकर यह लोग गलत तरीके से परीक्षार्थियों को लाभ पहुंचाने की कोशिश कर रहे थे। पुलिस तीनों आरोपियों से सघन पूछताछ कर रही है। Entry of inter-state solver gang in CBSE recruitment exam, 3 accused arrested, police conducting intensive interrogationजानकारी के मुताबिक कहा जाता है कि 20 अप्रैल 2025 को सेंट्रल स्कूल सीआरपीएफ कैंप, बंगरसिया के प्राचार्य एवं परीक्षा केंद्र प्रभारी ने थाना मिसरोद को सूचना दी थी कि रोल नंबर 108115179 के परीक्षार्थी बबलेश मीणा की जगह कोई अज्ञात व्यक्ति परीक्षा दे रहा है। पुलिस मौके पर पहुंची और फर्जी परीक्षार्थी को हिरासत में लिया। पूछताछ में आरोपित ने खुद को बबलेश मीणा बताया, लेकिन उसकी बोली-भाषा से शक होने पर जब सत्यापन किया गया तो आरोपित ने असली पहचान उजागर की। आरोपित का नाम सोनू कुमार मिश्रा निवासी कदमकुआं पटना, बिहार निकला। सोनू ने बताया कि उसे इन्द्रानगर जगतपुरा जयपुर निवासी 30 वर्षीय जसवंत मीणा नामक युवक ने 4 लाख रुपये में सौदा कर परीक्षा देने भेजा था, जबकि जसवंत ने परीक्षार्थी बबलेश मीणा से 10 लाख रुपये में डील की थी। सोनू ने बताया कि उसे एडवांस में 50 हजार रुपये मिले थे और वह 19 अप्रैल को दिल्ली से फ्लाइट से भोपाल पहुंचा था। 20 अप्रैल को वह फर्जी पहचान पत्र के जरिए परीक्षा देने पहुंचा, जहां बायोमैट्रिक मिसमैच के कारण पकड़ में आ गया। सोनू की निशानदेही पर पुलिस ने मुख्य सरगना जसवंत मीणा और परीक्षार्थी ग्राम खिलचीपुर थाना सलेमपुर जिला दौसा राजस्थान निवासी 27 वर्षीय बबलेश मीणा को भी गिरफ्तार कर लिया। पुलिस इन तीनों को रिमांड पर लेकर पूरे गिरोह का पर्दा फाश करने की कोशिश कर रही है।