रफीक खान
डॉ मोहन यादव की सरकार छोड़ बाकी सभी सरकारों में पावरफुल रहे मध्य प्रदेश के बहुचर्चित आईएएस अधिकारी मोहम्मद सुलेमान ने अपनी नौकरी से इस्तीफा दे दिया है। वॉलंटरी रिटायरमेंट स्कीम के तहत उनका इस्तीफा सरकार द्वारा मंजूर भी कर लिया गया है। जुलाई 2025 में रिटायर होने वाले मोहम्मद सुलेमान अब 13 मार्च को कार्य मुक्त हो जाएंगे। ग्वालियर से असिस्टेंट कलेक्टर के रूप में अपने प्रशासनिक करियर की शुरुआत करने वाले मोहम्मद सुलेमान सिवनी, बालाघाट और इंदौर में कलेक्टर तो रहे लेकिन वह मध्य प्रदेश के मुख्य सचिव नहीं बन सके। मोहम्मद सुलेमान के इस्तीफा के पीछे उनके कार्यकाल की कई शिकायतें, वर्तमान में राज्य सरकार के फ्रेम में फिट न हो पाने तथा अपने भविष्य को सुरक्षित रखने के उद्देश्य से उठाया गया कदम माना जा रहा है। Resignation of MP's senior IAS Mohammad Suleman from job, government accepted, will be free from work on March 13
उल्लेखनीय है कि सुलेमान को पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज का विश्वसनीय माना जाता है। उनकी सरकार के 15 साल में सुलेमान का दबदबा था। 18 माह की कमलनाथ सरकार में भी उनको महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां मिली थीं। 1989 बैच के आईएएस अधिकारी सुलेमान जुलाई 2025 में सेवानिवृत्त होने वाले थे। आईएएस अधिकारी ने एक माह पहले स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति का आवेदन दिया था, जिसे सरकार ने स्वीकार कर लिया है। प्रशासनिक हलके में यह भी चर्चा है कि आईएएस मोहम्मद सुलेमान वीआरएस के बाद अब दिल्ली स्थित द एनर्जी एंड रिसोर्स इंस्टीट्यूट से पीएचडी करेंगे। वीआरएस के बाद कूलिंग ऑफ पीरियड पूरा करने के बाद वे किसी बहुराष्ट्रीय कंपनी को ज्वाइन कर सकते हैं। वर्तमान मुख्य सचिव अनुराग जैन और मोहम्मेद सुलेमान दोनों 1989 बैच के आईएएस अधिकारी हैं।