रफीक खान
मध्य प्रदेश के मऊगंज जिले में रंगउत्सव के बीच उपद्रव की एक बड़ी घटना सामने आई है। यहां आदिवासी समुदाय ने एक ब्राह्मण युवक की हत्या कर दी। इस सूचना पर जब पुलिस पार्टी पहुंची तो आदिवासियों ने हमला बोल दिया। इस घटना में एक एएसआई की मौत हो गई जबकि टी आई और तहसीलदार समेत अन्य पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी घायल हुए हैं। गंभीर रूप से घायल हुए अधिकारी व कर्मचारियों को संजय गांधी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना के बाद गांव में तनाव व्याप्त है और पुलिस ने काफी फायरिंग के बाद स्थिति को नियंत्रित में कर लिया है। Police attacked after murder of a youth in Mauganj, ASI killed, many officers including TI-Tehsildar injured
जानकारी के मुताबिक कहा जाता है कि गांव में ब्राह्मण परिवार और कोल परिवार में कुछ दिन पहले विवाद हुआ था। इसमें एक आदिवासी समाज के व्यक्ति की मौत हो गई थी। इसमें कौल समाज सनी द्विवेदी नामक युवक को दोषी ठहरा रहा था। पुलिस जांच में सनी द्विवेदी को क्लीन चिट दे दी गई थी। शनिवार को कौल समाज के कुछ लोग सनी द्विवेदी के घर हमला करने पहुंचे थे। सनी ने पुलिस को इसकी सूचना दे दी। पुलिस टीम जब तक पहुंचती तब तक सनी द्विवेदी की हत्या कर दी गई। इसी बीच गुस्साए कौल समाज के लोगों ने पुलिस टीम पर लाठी-डंडों और पत्थरों से हमला कर दिया। घटना के दौरान एएसआई रामचरण गौतम की मौत हो गई। उन्हें गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया था। जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। कहा जाता है कि होली पर शाम करीब 4 बजे आदिवासी परिवार ने सनी द्विवेदी को पकड़कर एक कमरे में बंद कर दिया और उसकी पिटाई शुरू कर की। मारपीट में सनी की भी मौत हुई है। मऊगंज पुलिस अधीक्षक रसना ठाकुर ने बताया कि बंधक बनाकर युवक की पिटाई की सूचना मिलते ही शाहपुर थाना प्रभारी संदीप भारतीय अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। जैसे ही कमरे को खुलवाया गया तो देखा कि युवक सनी द्विवेदी की मौत हो चुकी है। फोर्स को देखकर घबराए आरोपियों ने पुलिसवालों पर भी हमला कर दिया। थाना प्रभारी संदीप भारतीय, हनुमना तहसीलदार कुंवारे लाल पनिका, एएसआई बृहस्पति पटेल, एएसआई राम चरण गौतम, एसडीओपी अंकिता सूल्या और 25वीं बटालियन के जवाहर सिंह यादव समेत कई पुलिसकर्मी घायल हो गए।