रफीक खान
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के भारतीय जनता पार्टी से निर्वाचित सांसद आलोक शर्मा, विधायक तथा महापौर लगातार फोन लगाते रहे लेकिन नगर निगम के आईएएस अधिकारी आयुक्त में फोन ही नहीं उठाया। हालात यह हुए कि आयोजित की गई बैठक को गुस्से में स्थगित कर दिया गया। जनप्रतिनिधियों ने अधिकारी के इस रवैए की निंदा करते हुए कहा कि यह भोपाल की जनता का अपमान है और इस मामले को मुख्यमंत्री तक पहुंचाया जाएगा। MP, MLA and Mayor kept calling, "Municipal Corporation Commissioner did not pick up the phone", meeting postponed in anger
जानकारी के मुताबिक कहा जाता है कि राजधानी भोपाल के सांसद और एक अफसर के बीच खींचतान उस वक्त तूल पकड़ गई, जब नगर निगम कमिश्नर बैठक में नहीं पहुंचे। नगर निगम के कमिश्नर हरेंद्र नारायण यादव के बारे में पूछा गया तो बताया गया कि वह नहीं है, फिर पूछा गया कि उनकी जगह कौन आया है। तो जवाब मिला कि कोई नहीं। इसके बाद सांसद, विधायक और महापौर ने फोन भी लगाया, लेकिन फोन नहीं उठाया गया। सांसद आलोक शर्मा ने आगे कहा कि नगर निगम की बैठक में नहीं आना भोपाल की 35 लाख की जनता का अपमान है। उनके द्वारा विधायक और महापौर का फोन भी नहीं उठाया जा रहा है।बिजली, पानी, स्वास्थ्य, शिक्षा और स्मार्ट सिटी जैसे कई बड़े मुद्दों पर इस बैठक में चर्चा की जाना थी और कुछ विषयों पर महत्वपूर्ण निर्णय भी होना थे।