"पत्रकार" को सरे राह दिनदहाड़े "गोलियों से भूना", धान खरीदी घोटाला और फर्जी रजिस्ट्री का विरोध पड़ा महंगा - khabarupdateindia

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"पत्रकार" को सरे राह दिनदहाड़े "गोलियों से भूना", धान खरीदी घोटाला और फर्जी रजिस्ट्री का विरोध पड़ा महंगा


रफीक खान
उत्तर प्रदेश के सीतापुर में एक पत्रकार को दिन दहाड़े, सरे आम, सरे राह गोलियों से भून कर मौत के घाट उतार दिया गया। इस हत्या के बाद वहां हड़कंप की स्थिति निर्मित हो गई। हत्या के पीछे पत्रकार द्वारा धान खरीदी घोटाला और फर्जी रजिस्ट्रियों का विरोध करते हुए समाचारों को प्रकाशन करना कारण बताया जा रहा है। इस मामले में पुलिस चार एकाउंट्स को हिरासत में लेकर सघन पूछताछ कर रही है Journalist was shot dead in broad daylight, opposition to paddy purchase scam and fake registry proved costly

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक हत्या से पहले का सीसीटीवी फुटेज सामने आया, जिसमें अपराधी पीछे करते दिखाई दिए। दोपहर 2 बजकर 52 मिनट पर राघवेंद्र बाइक से जाते दिख रहे हैं। करीब 18-20 सेकेंड के बाद बाइक पर सवार संदिग्ध नजर आते हैं जो मुंह पर रुमाल बांधे हुए हैं। उनके पीछे एक थार भी दिखाई पड़ रही है। ऐसा माना जा रहा है कि बाइक सवार इन्हीं अपराधियों ने पेशेवर तरीके से वारदात को अंजाम दिया। पुलिस ने लेखपाल संघ के तहसील अध्यक्ष अनीश द्विवेदी, लेखपाल राम सिंह राणा, प्रतीक गुप्ता, डीपी सिंह को हिरासत में लिया है। इसके अलावा कुछ अन्य लोगों से भी शक के आधार पर पूछताछ की जा रही है। पत्रकार लगातार धान खरीद घोटाले और जमीन की रजिस्ट्री में धांधली को लेकर खबरें लिख रहे थे। उसी आधार पर पहला निशाना लेखपालों को बनाया गया है।