रफीक खान
मध्य प्रदेश के मालवा अंचल में दिनदहाड़े जनपद पंचायत के एक मुख्य कार्यपालन अधिकारी CEO का अपहरण कर लिया गया। अपहरण जैसी संगीन वारदात में आरोपी भी तहसीलदार, पांच पटवारी और उनके सहयोगी लोग हैं। यह घटना प्रेम प्रसंग से जुड़ी होना बताई जा रही है। हालांकि पुलिस अभी इस मामले की जांच में जुटी हुई है और घटना के पीछे कारण का स्पष्ट खुलासा नहीं किया है। इस घटना के बाद प्रशासनिक हलके में खलबली सी मची हुई है। "Kidnapping" of CEO in broad daylight due to "love affair", FIR against 13 people including Tehsildar, 5 Patwari
घटना के संबंध में मिली जानकारी के अनुसार कहा जाता है कि नीमच में कुछ लोगों ने जावद जनपद पंचायत के सीईओ आकाश धारवे (32) का अपहरण कर लिया। वे उन्हें काली स्कॉर्पियो में जबरन बैठाकर इंदौर की तरफ भागे। नागदा में उज्जैन और नीमच पुलिस ने घेराबंदी कर सीईओं को छुड़ाया। मामले में बेटमा तहसीलदार जगदीश रंधावा, 5 पटवारी, एक महिला समेत 13 के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। नीमच एसपी नवल सिंह सिसोदिया ने स्थानीय मीडिया से चर्चा करते हुए बताया कि सीईओ धारवे के भाई ने सुबह फोन पर अपहरण की सूचना दी। तुरंत कार्रवाई करते हुए नागदा पुलिस के सहयोग से सीईओ को छुड़वा लिया गया। आरोपियों में तहसीलदार जगदीश सिंह, पटवारी प्रमोद दास, अजय सिंह, अजय उच्छावल, पिंकी सिंह के साथ 8 अज्ञात शामिल हैं। घटना का एक वीडियो सामने आया है। इसमें काले रंग की स्कार्पियों को रोकने के लिए पुलिस सड़क पर खड़ी दिख रही है। जैसे ही गाड़ी पास आती है, सिविल ड्रेस में खड़े पुलिसकर्मी गाड़ी को रोक लेते हैं। सीईओ धारवे धार जिले के रहने वाले हैं। साल 2014 में उनकी शादी की बात धार की ही एक युवती से चली थी। इसी बीच धारवे की नौकरी लग गई।बुधवार रात धार की युवती परिजन के साथ सीईओ धारवे के नीमच में ऑफिसर कॉलोनी स्थित आवास पहुंची। यहां जमकर हंगामा किया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर युवती और परिजन को समझाइश देकर वहां से हटाया था। सुबह कुछ लोग सीईओ धारवे के घर पहुंचे। उन्हें जबरन गाडी में बैठा लिया।' इस घटनाक्रम को लेकर पुलिस फरार तहसीलदार पटवारी की तलाश कर रही है।