रफीक खान
रिश्वतखोर शासकीय कर्मियों को छोटे से छोटे कर्मचारियों से भी रुपए वसूलने में शर्म नहीं आती। मध्य प्रदेश के जबलपुर में इसी तरह की बेशर्मी का मामला सामने आया है। यहां लोकायुक्त पुलिस विशेष स्थापना शाखा टीम ने स्वास्थ्य विभाग के एक ऐसे बाबू को गिरफ्तार किया है, जो आशा कार्यकर्ता जैसी अदना कर्मचारी से ₹3300 की रिश्वत ले रहा था। लोकायुक्त पुलिस ने उसके खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत प्रकरण पंजीबद्ध किया है।JABALPUR: Health department's "babu" not shy in taking bribe even from "ASHA worker", Lokayukta police caught
जानकारी के मुताबिक विवरण इस प्रकार है-
आवेदक- सुशीला गुप्ता आशा कार्यकर्ता प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र रजा चौक र दी चौकी के पास जबलपुर
आरोपी - रवि बोहत एलडीसी /एम आई एस, मोती नाला मकसूदा शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जबलपुर
घटना दिनांक--20 फरवरी
रिश्वत में ली गई रकम- 3300/-
आवेदिका द्वारा पुलिस अधीक्षक लोकायुक्त जबलपुर संजय साहू को शिकायत की गई। आशा कार्यकर्ता सुशील गुप्ता जो कि राजा चौक स्थित मकसूद प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ है ने बताया की प्रतिमाह भुगतान पत्र के ₹100 और दो बच्चों के बाद टीटी ऑपरेशन की राशि जो शासन की तरफ से ₹1000 मिलती है, उसमें से 50% प्रति की राशि एवं नवजात शिशु देखरेख समिति द्वारा दिए जाने वाले ₹100 और महिला आरोग्य समिति की राशि 5000 में से 2000 रुपए की मांग आरोपी रवि बोहत द्वारा की गई। इस तरह ₹3300 की मांग की गई। आरोपी को रंगे हाथों पकड़ा।
ट्रेप दल - उप पुलिस अधीक्षक सुरेखा परमार इंस्पेक्टर शशिकला मस्कुले - इंस्पेक्टर जितेंद्र यादव ,इंस्पेक्टर मंजू तिरकी उप निरीक्षक शिशिर पांडे एवम् लोकायुक्त जबलपुर का दल था।