रफीक खान
मध्य प्रदेश सरकार में कैबिनेट मिनिस्टर रह चुके वरिष्ठ कांग्रेसी नेता तथा वर्तमान में कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष मुकेश नायक ने पंडित धीरेंद्र शास्त्री बागेश्वर बाबा को उचक्का कहा है। उन्होंने कहा कि वे सनातन धर्म की बात कहां करते हैं, मजाक उड़ाते हैं। उन्हें सनातन धर्म के बारे में कुछ जानकारी ही नहीं है। वे जिस प्रकार की भागवत का वाचन कर रहे हैं, वह बिल्कुल बचकानी है। लोगों का मजमा लगाकर जिस तरह से भी पर्ची का ढोंग कर रहे हैं, यह सब भी सिवाय प्रदर्शन के कुछ और नहीं है। धीरेंद्र शास्त्री पर टिप्पणी के बाद धर्म क्षेत्र में एक तरह से सन्नाटा सा छाया गया। हां! यह जरूर है कि सियासत गरमा गई है, क्योंकि बाबा के भक्तों में सियासत से जुड़े लोग ज्यादा हैं और वर्तमान में वे एक बड़ा आयोजन कर रहे हैं। Former Cabinet Minister called "Dhirendra Shastri" Bageshwar Baba "Uchchaka", said - making fun of Sanatan Dharma
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कहा जाता है कि मुकेश नायक द्वारा दिए गए विवादित बयान के अनुसार धीरेंद्र शास्त्री को ना तो रामचरितमानस का ज्ञान है, ना भागवत का ज्ञान है, ना वैदिक परंपराओं का ज्ञान है। वैदिक वांग्मय में ऋग्वेद, सामवेद, अथर्ववेद, स्थापत्य वेद, धनुर्वेद आयुर्वेद, गंधर्ववेद और उसके साथ शिक्षा, व्याकरण, छंद, न्याय, आरण्यक, ब्रह्मण्य, योग्य, दर्शन, कर्म मीमांसा इतने विषय हैं। क्या ज्ञान है? वे जिस तरीके से भागवत बोलते हैं वो देखकर मुझे बहुत शर्म आती है कि ये हमारे धर्म ग्रंथो, हमारी ऋषि परंपरा की जो देन है उसका यह मजाक उड़ाते हैं। मुकेश नायक ने कहा कि अभी प्रयागराज महाकुंभ में लोगों की मृत्यु हो गई उसका उपहास कर रहे थे कि इनको मोक्ष मिलेगा। तुम आ जाओ तुम्हारे पिताजी को धकेल कर मोक्ष दे देते हैं। लोगों की सहायता करने की जगह आप उनका मजाक उड़ा रहे हो। ये वो लोग हैं जो पर्चे लिखकर छोटी-मोटी सिद्धियों से लोगों की आंखों में धूल झोंकते हैं। ये धार्मिक आस्थाओं का दोहन कर रहे हैं। धर्म को राजनीति का औजार बना कर सांप्रदायिकता को बढ़ावा दे रहे हैं। कांग्रेस नेता ने न सिर्फ बयान दिया है बल्कि यह भी कहा है कि वह पूर्ण राजनीतिक व्यक्ति नहीं है बल्कि आध्यात्मिक रूप से भी परिपक्व है और वे चुनौती देते हैं कि धीरेंद्र शास्त्री मंच पर बैठकर शास्त्र संगत बहस कर सकते हैं।