"सौरभ शर्मा" के साले "रोहित तिवारी" के "पार्टनर्स" रडार पर, जल्द होगी "पूछताछ", बीजेपी-कांग्रेस के नेताओं के अलावा अफसरों से भी है सांठगांठ - khabarupdateindia

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"सौरभ शर्मा" के साले "रोहित तिवारी" के "पार्टनर्स" रडार पर, जल्द होगी "पूछताछ", बीजेपी-कांग्रेस के नेताओं के अलावा अफसरों से भी है सांठगांठ


रफीक खान
अनुकंपा नियुक्ति पाकर परिवहन विभाग में आरक्षक बने सौरभ शर्मा की सोने और नोटों के भंडार की जांच लगातार जारी है। जबलपुर निवासी उनके तथाकथित साले रोहित तिवारी की मुश्किलें तो बढ़ ही गई है, अब उनके पार्टनर्स भी रडार पर हैं और जल्द ही पूछताछ की कतार में शामिल होने वाले हैं। प्रवर्तन निदेशालय ED की टीम ने रोहित तिवारी के यहां से मिले दस्तावेज और उससे पूछताछ में कई नामों की सूची बनाई है, जिसमें भारतीय जनता पार्टी, कांग्रेस तथा पुलिस व प्रशासन में नौकरी करने वाले अधिकारियों के नाम भी है। इन सभी को प्रवर्तन निदेशालय का नोटिस कभी भी मिल सकता है। Partners of "Saurabh Sharma's brother-in-law" Rohit Tiwari are on the radar, they will be questioned soon, apart from BJP-Congress leaders, they are also in cahoots with officers

उल्लेखनीय है कि सामान्य सा जीवन व्यतीत करने वाले रोहित तिवारी की प्रगति में अचानक से उबाल आया और वह कुछ ही दिनों में प्रॉपर्टी का बड़ा कारोबारी और बिल्डर बन बैठा। रोहित तिवारी की तरक्की के पीछे लोग पहले एक कांग्रेसी नेता का आशीर्वाद साथ मानते थे लेकिन जब से सौरभ शर्मा से रिश्ता नाता जुड़ा है तो पूरे समीकरण बदल गए हैं। अब कांग्रेस नेता और भारतीय जनता पार्टी के नेताओं के पास रोहित तिवारी का पैसा लगता था या वह उनका पैसा लगाता था? प्रवर्तन निदेशालय इसकी छानबीन में भी लग गया है। कुछ नेताओं व अधिकारियों ने तो अपना नाम लगभग तय मानते हुए बचने के भी प्रयास शुरू कर दिए हैं। दौलत की शोहरत से चमकने वाले बिल्डर रोहित तिवारी के घर के संकरे रास्तों से होकर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम पहुंची थी। जहां, बस्ती के बीच उसका आलीशन घर बना था। ईडी को जांच में घर के अंदर लग्जरी सामान और सुविधाएं मिली है। लगभग 17 घंटे तक ईडी के अधिकारी रोहित के घर पर डेरा डाले रहे। उसके रियल एस्टेट से संबंधित व्यापार की जानकारियों को खंगाला। ईडी का दल अभिलेख सहित रोहित के घर से कुछ इलेक्ट्रानिक गैजेट अपने साथ लेकर गई है। ईडी को जांच में कई बिल्डिंग प्रोजेक्ट की जमीन में काली कमाई खपाने से संबंधित संदिग्ध डाक्यूमेंट मिले हैं। जांच में रोहित के प्रोजेक्ट में निवेश को लेकर कई डाक्यूमेंट मिले हैं। लाइजनिंग और मार्केटिंग जांच दल को पता चला है कि रोहित, दूसरे बिल्डरों के लिए लाइजनिंग का कार्य भी करता था। अन्य रियल एस्टेट प्रोजेक्ट की मार्केटिंग भी करता था।कांग्रेस के पूर्व मंत्री, भाजपा के एक विधायक और पुलिस अधिकारियों से व्यापारिक संबंधों को लेकर पूछताछ हुई है। यही जांच का जब विस्तार होगा तो कई चेहरे बेनकाब हो जाएंगे।