रफीक खान
यूं तो रिश्ता तीनों युवकों के बीच में जीजा, साले और साडू भाई का था लेकिन उनके बीच प्रेम इतना ज्यादा था कि वह यारों के यार थे। उनकी यह यारी मरते दम तक नजर आती रही। इन तीन युवकों में एक युवक पर नाबालिक को अपहरित कर भगा कर ले जाने का आरोप लग गया था। वह यह सदमा बर्दाश्त नहीं कर पा रहा था और अपनी जान देने का फैसला कर लिया। जब वह जहर लेकर आया और शराब पीने के दौरान उसने जहर मिलाने की कोशिश की तो दोनों साथी यानी कि साला और साडू भाई बोल उठे कि नो-नो-नो-नो तू अकेला नहीं हम भी साथ में जहर पिएंगे और साथ ही मरेंगे।No-no-no... you are not alone, we three will drink poison together, brother-in-law and brother-in-law died, brother-in-law's condition is critical
जानकारी के मुताबिक कहा जाता है कि मृतकों में शामिल उज्जैन के सरवाना ग्राम निवासी शादीशुदा 21 वर्षीय अर्जुन पर एक नाबालिग से अपहरण का केस चल रहा था। शुक्रवार को सुनवाई के लिए उसने अपने साले बंटी पिता आसाराम और साडू रामप्रसाद को भी बुला लिया था। देर शाम तीनों शराब पीने पुलिया पर गए थे। शाम को अरुण ने जहर की शीशी खरीदी और तीनों शराब लेकर पांड्याखेड़ी ब्रिज पर पहुंचे। यहां अरुण ने कहा कि मैं मरना चाहता हूं। इस पर साले और साडू ने कहा कि हम भी साथ मरेंगे। यह कहते हुए तीनों ने शराब में जहर मिलाया और पी लिया। जहर मिली शराब पीते हुए अर्जुन ने वीडियो बनाया, जो उसकी पत्नी ने देखा। इंस्टाग्राम पर वीडियो देखने के बाद पत्नी तारा ने तत्काल फोन किया। पति की लोकेशन पूछी, लेकिन उसने नहीं बताई। तारा ने बेटी की कसम दी, लेकिन अर्जुन ने नहीं बताया कि वह कहां है। इसके बाद परिजनों ने खोजा और अस्पताल पहुंचाया, लेकिन बहुत देर हो चुकी थी। युवक और साडू की मौत हो चुकी है। साले का इलाज जारी है।