रफीक खान
मध्य प्रदेश के जबलपुर शहर में स्थित फटाका बाजार में रविवार को अचानक आग लग गई। बमों के तेज धमाकों से जबलपुर दहल गया और आसपास के कई क्षेत्रों तक धमाकों की आवाज को सुना गया। कुछ ही देर में घटनास्थल के पास बड़ी भीड़ जमा हो गई। सूचना पाकर दमकलों की लंबी कतार लग गई और पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। अग्नि दुर्घटना कैसे हुई? इसे लेकर कई तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। पटाखा बाजार में 100 से अधिक दुकानें हैं और करीब एक दर्जन दुकानें पूरी तरह से जलकर राख हो गई है। नगर निगम के कचरा प्लांट के पास लगने वाले पटाखा के थोक बाजार में इस दुर्घटना के दौरान कई लोग जख्मी भी हुए हैं। प्रशासन ने आज को नियंत्रित में कर लेने का दावा किया है और साथ ही दमकल कर्मियों व पुलिस का पहरा भी बैठा दिया है। Jabalpur rocked by explosions, huge fire in the firecracker market, loss of lakhs in the accident, many people injured
जानकारी के मुताबिक कहा जाता है कि जबलपुर के ग्रीन सिटी के पास कठोदा का वेस्ट प्लांट है। यहीं पर जबलपुर का पटाखा बाजार है। यहां लगभग 100 दुकान हैं, जहां पटाखों का थोक का कारोबार किया जाता है। सामान्य तौर पर इन दुकानों में हलचल केवल दीपावली के दौरान ही नजर आती है, लेकिन बड़े पैमाने पर पटाखों का स्टॉक यहां बना रहता है। शादी ब्याह के साथ ही बड़े त्योहारों के समय भी पटाखे की बिक्री होती है। गणतंत्र दिवस होने के कारण रविवार को पर यूं तो पूरा बाजार बंद था, लेकिन अचानक लोगों ने पटाखा बाजार से तेज आवाजों के साथ धुआं उठता देखा। जब लोगों ने मौके पर जाकर देखा तो पता लगा कि कुछ दुकानों में आग लगी हुई है। जिस दौरान यह घटना घटी, उस समय यहां कोई मौजूद नहीं था। धीरे-धीरे लोग यहां इकट्ठा हुए, लेकिन किसी ने भी पटाखे की आग को बुझाने की हिम्मत नहीं दिखाई। इसके बाद नगर निगम की फायर ब्रिगेड की टीम पानी टैंकर के साथ मौके पर पहुंची। फायर ब्रिगेड की टीम ने करीब 3 घंटे तक लगातार आग बुझाने की कोशिश की, जिसके बाद आग पर काबू पाया जा सका। प्रदेश शासन के लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह, सांसद आशीष दुबे, विधायक अभिलाष पांडे समेत कई जनप्रतिनिधि पटाखा बाजार अग्नि दुर्घटना का जायजा लेने मौके पर पहुंचे। जनप्रतिनिधियों ने कलेक्टर व एसपी से भी चर्चा की। कलेक्टर दीपक सक्सेना ने संबंधित अधिकारियों को पूरी निगरानी और सतर्कता के निर्देश दिए हैं।