हनीट्रैप: 15 लाख की मांग, थाने में 3 लाख का लेनदेन, CC कैमरे में कैद TI और हवालदार सस्पेंड - khabarupdateindia

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हनीट्रैप: 15 लाख की मांग, थाने में 3 लाख का लेनदेन, CC कैमरे में कैद TI और हवालदार सस्पेंड


रफीक खान
मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ जिले में हनी ट्रैप का एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसमें शिकार हुए युवक से 15 लाख रुपए की मांग की गई और ₹300000 का लेनदेन थाने के भीतर ही हो गया। हनी ट्रैप मामले में शिकार बनाने वाली युवती की मौजूदगी में युवक से ₹300000 थाने में ही लिए गए। यह पूरा मामला क्लोज सर्किट कैमरा में कैद हो गया। थाना प्रभारी, हवलदार तथा अन्य पुलिस कर्मियों की मौजूदगी में रुपयों की गिनती करती हुई फोटो जब वायरल हुई तो मामला पुलिस अधिकारियों तक पहुंचा और फिर चर्चा का विषय बन गया। आनन-फानन में थाना प्रभारी तथा हवलदार को लाइन अटैच किया गया, बाद में इन्हें सस्पेंड कर दिए जाने की खबर है। इस घटना ने पुलिस का असली चेहरा जहां बेनकाब तो किया ही है, वहीं यह सवाल भी खड़ा कर दिया कि क्या हनी ट्रैप जैसा मामला अपराध की श्रेणी में नहीं आता? क्या वह जायज मामला है? और कानून में ऐसी इजाजत है कि पुलिस अपनी मौजूदगी में हनी ट्रैप में फंसाने वाली किसी महिला या युवती को पैसे दिलवाए? अगर यह मामला झूठ है और सिर्फ एक्सट्रैक्शन का है तो फिर महिला तथा पुलिस वालों पर आपराधिक प्रकरण दर्ज क्यों नहीं किया गया? Honeytrap: Demand of 15 lakhs, transaction of 3 lakhs in the police station, TI captured in CC camera and Havaldar suspended

जानकारी के मुताबिक कहा जाता है कि टीकमगढ़ में एक नवविवाहित युवक हनीट्रैप में फंस गया। आरोपी महिला ने पुलिस के साथ मिलकर युवक से 15 लाख रुपए मांगे। पीड़ित के परिजन का आरोप है कि तीन लाख रुपए थाने में दिए गए। पीड़ित युवक की पत्नी की शिकायत और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर देहात थाना प्रभारी रवि गुप्ता और प्रधान आरक्षक राहुल पटैरिया पार्टी करमगढ़ पुलिस अधीक्षक द्वारा कार्रवाई की गई है। मामले की जांच कराई जा रही है। दरअसल मोहनगढ़ के नंदनपुर गांव के रहने वाले अंशुल यादव की शादी 16 जनवरी को आराधना से हुई थी। एक महिला और पुलिस ने मिलकर फंसाया और 15 लाख रुपए की मांग की। 28 जनवरी को देहात थाना पुलिस अंशुल को उठाकर ले गई। परिजनों का आरोप है कि थाने में अंशुल को रेप का केस करने की धमकी दी गई। थाना प्रभारी और हेड कॉन्स्टेबल ने उससे 15 लाख रुपए मांगे। बाद में मामला 3 लाख रुपए में तय हुआ। पीड़ित की पत्नी आराधना यादव द्वारा पुलिस को की गई शिकायत के अनुसार TI रवि गुप्ता के निर्देश पर यह राशि थाने में पदस्थ प्रधान आरक्षक राहुल पटैरिया को दी गई। इस दौरान आरोप लगाने वाली महिला भी पूरे समय थाने में मौजूद थी। यह पूरा मामला टीकमगढ़ जिले में काफी चर्चा का विषय बना हुआ है।