रफीक खान
मध्य प्रदेश के जबलपुर शहर के रद्दी चौकी के समीप स्थित रामनगर में एक प्लाट को कब्ज़ाने के लिए कांग्रेस पार्षद शफीक हीरा की गुंडागर्दी का मामला सामने आया है। पार्षद पर कूटरचित दस्तावेज बनाकर प्लॉट पर कब्जा करने और जान से मारने की धमकी देने के आरोप वकील समुदाय ने पुलिस अधीक्षक संपत उपाध्याय के समक्ष लगाए हैं। पुलिस अधीक्षक ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच के निर्देश दिए हैं। वकील समुदाय का कहना है कि पार्षद क्रिमिनल बैकग्राउंड से है और इस तरह के अनगिनत मामलों को अंजाम दे चुका है। Congress councilor's hooliganism, he threatened to kill after taking over the plot, lawyers mobilized and went to SP
गिरनार अपार्टमेंट तैयब अली चौक निवासी अधिवक्ता मोहम्मद अल्तमश पिता हाजी मोहम्मद असलम के साथ पहुंचे जिला अधिवक्ता संघ अध्यक्ष मनीष मिश्रा, जिला अधिवक्ता संघ के सचिव ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी, कार्यकारिणी सदस्य रविन्द दत्त, प्रशांत नायक, मो. शाकिर, दुर्गेश मनाना, शाबाय खान आदि जिला अधिवक्ता संघ के अधिवक्ताओं ने पुलिस अधीक्षक संपत उपाध्याय से मुलाकात कर कहा कि युवा अधिवक्ता मोहम्मद अलतमश के पिता मोहम्मद असलम की 34 वर्ष पुरानी स्वामित्व की भूमि पर काँग्रेस पार्षद शफीक हीरा अपने भांजे जावेद खान के नाम एक फर्जी रजिस्ट्री बनवाकर कह रहा है कि ये मेरी जमीन है। जबरन निर्माण कार्य रोकते हुए जान से मारने की धमकी दे रहा है। कांग्रेस पार्षद शफीक हीरा का कहना है कि यहां पर कोई काम नहीं होगा। वकीलों ने पुलिस अधीक्षक को शिकायत करते हुए बताया कि उक्त पार्षद क्षेत्र का लिस्टेड बदमाश है, जो पार्षदी की आड़ में भू-माफिया का काम कर रहा है। पार्षद को जब यह बताया गया कि यह जमीन हमारी है तो उसने कहा मेरा कोई कुछ नहीं कर सकता और वकील और पुलिस से लड़ लूंगा। वकीलों ने पुलिस अधीक्षक को वास्तविकता से अवगत कराते हुए कहा कि भूमि स्वामी हाजी मोहम्मद असलम की रजिस्ट्री सन 1990 की है। ग्राम बैतला तहसील अधारताल खसरा नं. 86/31 प्लाट नं. 98 कुल रकबा 2400 स्क्वेयर फुट है। हाजी मोहम्मद असलम इस भूमि पर रजिस्ट्री के बाद से ही काबिज चले आ रहे हैं। पार्षद द्वारा 5 महिने पहले की रजिस्ट्री कराकर प्लॉट को कब जाने के लिए दावा करने की कोशिश की जा रही है। आरोप है कि यह एक बड़ा फर्जीवाड़ा है। पार्षद ने शातिराना तरीके से जुबेदा बी का नाम विक्रेता के रूप में उपयोग किया है। वास्तविकता ये है कि जो रजिस्ट्री कार्यालय में छायाचित्र लिया गया है, वह जुबेदा बी है ही नहीं। हाजी असलम द्वारा क्रय की गई वास्तविक 2400 वर्ग फुट भूमि का जुबेदा बी नाम से कोई लिंक ही नहीं है। मंगलवार को जिला अधिवक्ता संघ ने मांग की है कि भू-माफिया के ऊपर कठोर कार्यवाही की जाये। साथ ही भूमिया पर अंकुश लगाने के लिए उसके और भी मामलों की जांच करने की भी मांग की गई है। पुलिस अधीक्षक संपत उपाध्याय ने वकीलों को आश्वस्त किया है कि भू माफिया और उसके साथ देने वालों का पूरी तरह से पर्दाफाश किया जाएगा।