रफीक खान
मध्य प्रदेश के सिंगरौली जिले में 4 नौ जवानों की हत्या मामले में सनसनीखेज खुलासे हुए हैं। सीटी स्कैन रिपोर्ट के मुताबिक पहले चारों को गोलियों से भूना गया और उसके बाद नुकीले तथा धारदार हथियारों से उन्हें मौत के घाट उतारा गया। चारों के शरीर पर संघर्ष के भी निशान पाए गए हैं और जिस सेप्टिक टैंक में चारों के शव पड़े मिले थे, उसके मकान मालिक के कमरे से आपत्तिजनक सामग्री भी पुलिस ने बरामद की है। मारे गए चार लोगों में से एक- सुरेश प्रजापति हिस्ट्रीशीटर था। हालांकि पुलिस ने अभी किसी चीज का खुलासा नहीं किया है लेकिन प्रथम दृष्टया यह बात सामने आ रही है कि हत्या की यह संगीन वारदात अवैध संबंधों और देह व्यापार जैसे कारोबार से जुड़ी हुई है। पुलिस अब तक दो दर्जन लोगों से पूछताछ कर चुकी है और करीब एक दर्जन लोग अभी भी हिरासत में बैठे हुए हैं, जिनसे सघन पूछताछ कर हत्या के कारण और हत्या के आरोपियों का खुलासा करने की कोशिश की जा रही है। CT scan report: All four were shot dead and killed with sharp and pointed weapons, then thrown into a septic tank
उल्लेखनीय है कि 4 जनवरी को बरगवां थाना इलाके के बड़ोखर गांव में एक मकान के पीछे बने सेप्टिक टैंक से चार लोगों के शव मिले थे। इनकी पहचान सुरेश प्रजापति (39), करण साहू (31), राकेश सिंह (29) और जोगेंदर महतो (37) के रूप में हुई है। चारों ही जयंत इलाके के रहने वाले थे। चारों आपस में दोस्त थे और न्यू ईयर की पार्टी मनाने सुरेश के मकान पर आए थे। जिस मकान के पीछे बने सेप्टिक टैंक से चारों शव मिले, वह मृतक सुरेश के पिता हरिप्रसाद प्रजापति का है। जानकारी के मुताबिक कहा जाता है कि पोस्टमॉर्टम के दौरान शवों का सीटी स्कैन कराया गया था। इनमें चारों के शरीर में गोलियां फंसी मिली हैं। गोली किसी प्रोफेशनल शूटर ने मारी है। इसके बाद शवों को सेप्टिक टैंक में फेंक दिया गया। सबूत मिटाने के लिए कमरे से खून भी साफ किया गया था। पुलिस के मुताबिक सुरेश के खिलाफ अलग-अलग थानों में लूट, चोरी, मारपीट और आर्म्स एक्ट के 8 मामले दर्ज हैं। यह हिस्ट्रीशीटर बदमाश की सूची में शामिल था।फोरेंसिक साइस एक्सपर्ट की रिपोर्ट में भी सभी के शरीर पर चोट के निशान है। नुकीली चीज से सिर और चेहरे पर वार किए गए हैं। कमरे में खून के छींटे भी मिले हैं। कुछ खाना भी मिला है, जिसे सैंपल के लिए भेजा गया है। पुलिस का अनुमान है कि वारदात में कोई करीबी ही शामिल हो सकता है, जो सभी लोगों की अच्छे से जानता था। सुरेश प्रजापति और उसके कुछ दोस्तों के कपड़ों से वियाग्रा की गोली समेत अन्य आपत्तिजनक सामग्री मिली है। घटनास्थल से करीब कि जो स्थितियां सामने आई है उसे ऐसा लगता है कि किसी प्रोफेशनल शूटर का इस्तेमाल किया गया है और और वारदात को अंजाम देने वालों की संख्या भी ज्यादा नहीं थी।
मध्य प्रदेश के सिंगरौली जिले में 4 नौ जवानों की हत्या मामले में सनसनीखेज खुलासे हुए हैं। सीटी स्कैन रिपोर्ट के मुताबिक पहले चारों को गोलियों से भूना गया और उसके बाद नुकीले तथा धारदार हथियारों से उन्हें मौत के घाट उतारा गया। चारों के शरीर पर संघर्ष के भी निशान पाए गए हैं और जिस सेप्टिक टैंक में चारों के शव पड़े मिले थे, उसके मकान मालिक के कमरे से आपत्तिजनक सामग्री भी पुलिस ने बरामद की है। मारे गए चार लोगों में से एक- सुरेश प्रजापति हिस्ट्रीशीटर था। हालांकि पुलिस ने अभी किसी चीज का खुलासा नहीं किया है लेकिन प्रथम दृष्टया यह बात सामने आ रही है कि हत्या की यह संगीन वारदात अवैध संबंधों और देह व्यापार जैसे कारोबार से जुड़ी हुई है। पुलिस अब तक दो दर्जन लोगों से पूछताछ कर चुकी है और करीब एक दर्जन लोग अभी भी हिरासत में बैठे हुए हैं, जिनसे सघन पूछताछ कर हत्या के कारण और हत्या के आरोपियों का खुलासा करने की कोशिश की जा रही है। CT scan report: All four were shot dead and killed with sharp and pointed weapons, then thrown into a septic tank
उल्लेखनीय है कि 4 जनवरी को बरगवां थाना इलाके के बड़ोखर गांव में एक मकान के पीछे बने सेप्टिक टैंक से चार लोगों के शव मिले थे। इनकी पहचान सुरेश प्रजापति (39), करण साहू (31), राकेश सिंह (29) और जोगेंदर महतो (37) के रूप में हुई है। चारों ही जयंत इलाके के रहने वाले थे। चारों आपस में दोस्त थे और न्यू ईयर की पार्टी मनाने सुरेश के मकान पर आए थे। जिस मकान के पीछे बने सेप्टिक टैंक से चारों शव मिले, वह मृतक सुरेश के पिता हरिप्रसाद प्रजापति का है। जानकारी के मुताबिक कहा जाता है कि पोस्टमॉर्टम के दौरान शवों का सीटी स्कैन कराया गया था। इनमें चारों के शरीर में गोलियां फंसी मिली हैं। गोली किसी प्रोफेशनल शूटर ने मारी है। इसके बाद शवों को सेप्टिक टैंक में फेंक दिया गया। सबूत मिटाने के लिए कमरे से खून भी साफ किया गया था। पुलिस के मुताबिक सुरेश के खिलाफ अलग-अलग थानों में लूट, चोरी, मारपीट और आर्म्स एक्ट के 8 मामले दर्ज हैं। यह हिस्ट्रीशीटर बदमाश की सूची में शामिल था।फोरेंसिक साइस एक्सपर्ट की रिपोर्ट में भी सभी के शरीर पर चोट के निशान है। नुकीली चीज से सिर और चेहरे पर वार किए गए हैं। कमरे में खून के छींटे भी मिले हैं। कुछ खाना भी मिला है, जिसे सैंपल के लिए भेजा गया है। पुलिस का अनुमान है कि वारदात में कोई करीबी ही शामिल हो सकता है, जो सभी लोगों की अच्छे से जानता था। सुरेश प्रजापति और उसके कुछ दोस्तों के कपड़ों से वियाग्रा की गोली समेत अन्य आपत्तिजनक सामग्री मिली है। घटनास्थल से करीब कि जो स्थितियां सामने आई है उसे ऐसा लगता है कि किसी प्रोफेशनल शूटर का इस्तेमाल किया गया है और और वारदात को अंजाम देने वालों की संख्या भी ज्यादा नहीं थी।