पार्षद पर चला BJP का "चाबुक", 6 साल के लिए निष्कासित, पुलिस ने की SIT गठित - khabarupdateindia

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पार्षद पर चला BJP का "चाबुक", 6 साल के लिए निष्कासित, पुलिस ने की SIT गठित


रफीक खान
मामूली से बात पर अपनी ही पार्टी के साथी पार्षद पर आतंकियों की तरह टूटने वाले और गुंडागर्दी करने वाले मध्य प्रदेश के इंदौर जिले से निर्वाचित पार्षद जीतू जाटव उर्फ जीतू यादव पर भारतीय जनता पार्टी ने अपना चाबुक चला दिया है। उसे न सिर्फ 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया है बल्कि मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव के निर्देश पर SIT का भी गठन कर दिया है। अब पुलिस पूरे मामले की छानबीन करेगी। साइबर सेल् भी इस मामले में पड़ताल करेगी और फिर जीतू यादव पर आरोप तय किए जाएंगे। जीतू यादव के गुर्गों द्वारा की गई करनी पर पूरा इंदौर आक्रोशित है और चौतरफा उसका विरोध किया जा रहा है। जीतू जाटव पर यादव सरनेम इस्तेमाल करने को लेकर भी सवाल खड़े किए गए हैं। BJP's "whip" on councilor, expelled him for 6 years, police formed SIT

घर पर हमले और पुत्र के साथ हुई घटना की शिकायत पार्षद ​कमलेश कालरा ने पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्‌डा के साथ ही पीएमओ को भी की थी। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भी घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया था। विवाद के दौरान जीतू यादव और कमलेश कालरा की बातचीत का एक ऑडियो भी वायरल हुआ जिसमें जीतू ने कहा कि संगठन जाए चूल्हे में। मामले में मानवाधिकार आयोग ने भी जांच रिपोर्ट तलब की है। आयोग ने इंदौर पुलिस कमिश्नर से 3 हफ्ते में रिपोर्ट मांगी है। जूनी इंदौर पुलिस अभी तक 12 हमलावरों की पहचान कर 6 को गिरफ्तार कर चुकी है। हालांकि अभी तक जीतू यादव के खिलाफ कोई नामजद एफआईआर दर्ज नहीं हुई है।
इधर पुलिस जीतू यादव का पूरा आपराधिक रिकार्ड खंगाल चुकी है। पुलिस रिकार्ड के अनुसार जीतू यादव पर सन 1999 से 2019 तक 11 केस दर्ज हो चुके हैं। भारतीय जनता पार्टी के ही पीड़ित पार्षद कमलेश कालरा ने इस पूरे मामले की शिकायत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा गृहमंत्री अमित शाह को भी कर दी है। फलस्वरुप पीएमओ से भी जांच के लिए पत्र आ गया है।उधर अपना बचाव करते हुए जीतू यादव ने भारतीय जनता पार्टी संगठन को एक पत्र लिखकर मी पद से इस्तीफा देने की भी बात कह डाली है। गौरतलब है कि 3 जनवरी को बीजेपी पार्षद कमलेश कालरा के घर में करीब 50 लोगों ने घुसकर हमला किया। उनके नाबालिग बेटे का आपत्तिजनक वीडियो भी बनाया। शुक्रवार को कोर्ट में बेटे ने बयान दर्ज कराते हुए हमलावरों की करतूतें बताईं।बीजेपी की छवि धूमिल होते देख पार्टी के आला नेता सक्रिय हुए। घर में घुसे हमलावर, जीतू यादव के लोग बताए जा रहे हैं। घर पर हमले और पुत्र के साथ हुई घटना की शिकायत पार्षद ​कमलेश कालरा ने पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्‌डा के साथ ही पीएमओ को भी की थी। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भी घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया था। विवाद के दौरान जीतू यादव और कमलेश कालरा की बातचीत का एक ऑडियो भी वायरल हुआ जिसमें जीतू ने कहा कि संगठन जाए चूल्हे में। मामले में मानवाधिकार आयोग ने भी जांच रिपोर्ट तलब की है। आयोग ने इंदौर पुलिस कमिश्नर से 3 हफ्ते में रिपोर्ट मांगी है। पुलिस जीतू यादव का पूरा आपराधिक रिकार्ड खंगाल चुकी है। पुलिस रिकार्ड के अनुसार जीतू यादव पर सन 1999 से 2019 तक 11 केस दर्ज हो चुके हैं। इंदौर के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त आनंद यादव की अध्यक्षता में 9 सदस्यीय SIT का गठन किया गया है। यह SIT इस पूरे मामले और खास तौर से जीतू यादव के आपराधिक रिकॉर्ड की भी नए सिरे से पूरी जांच पड़ताल करेगी।