रफीक खान
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां शासकीय हमीदिया अस्पताल में एक बेहोश महिला को मुर्दाघर के फ्रीजर में रख दिया गया। जिसके चलते उसकी मौत हो गई। मृत्यु के बाद परिजन आक्रोशित हो उठे और उन्होंने जमकर हंगामा कर दिया। परिजनों का आरोप है कि उसे बिना किसी जांच पड़ताल के सीधे मुर्दा घर भेज दिया गया। वहां फ्रीजर खोलकर जब देखा, तब भी उसकी सांस चल रहीं थीं, पलस भी थी लेकिन डॉक्टरों ने एक नहीं सुनी। महिला की मौत के सीधे-सीधे जिम्मेदार अस्पताल प्रबंधन तथा डॉक्टर है। मध्य प्रदेश के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल पर लगे इस तरह के आरोप ने प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। पुलिस तथा संबंधित विभाग ने हालांकि अभी इस सिलसिले में कोई भी बयान जारी नहीं किया है लेकिन आंतरिक रूप से जांच की जा रही है। An unconscious woman was kept in the freezer of the morgue, she died due to cold, relatives created a ruckus in the hospital
बताया जाता है कि भोपाल में बच्चों के साथ जा रही महिला सड़क हादसे का शिकार होकर गंभीर रूप से घायल हुई थी।दुर्घटना के बाद उसे बेहोशी की हालत में हमीदिया अस्पताल लाया गया। इसकी सूचना मिलते ही उसका पति भी अस्पताल आ गया। कुछ देर बाद अस्पताल में हंगामा खड़ा हो गया। घटनाक्रम में जान गवाने वाली महिला का पति AIIMS में एनेस्थीसिया टेक्नीशियन है। मृतका के पति ने स्थानीय मीडिया के समक्ष आरोप लगाया कि ‘एक्सीडेंट की सूचना पर मैं अपने गांव से पहुंचा था, लेकिन तब तक 108 एंबुलेंस उस लेकर हमीदिया अस्पताल आ गई थी। यहां उनका ट्रीटमेंट किया गया या नहीं? कुछ पता नहीं। जब मैंने देखा तो बच्चों का इलाज नहीं किया गया था। पत्नी के बारे में अस्पताल स्टाफ ने कोई जानकारी नहीं दी। साले के लड़के ने बताया कि बुआ को दूसरी बिल्डिंग में शिफ्ट किया गया है। उस बिल्डिंग में पहुंचकर देखा तो वहां मुर्दाघर था। पति ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि किसी तरह मुर्दाघर में घुसकर वहां रखे फ्रीजर खोलकर देखा तो उसमें पत्नी को रखा हुआ था। मैने उसे हाथ लगाया तो उसका शरीर गर्म था, उसकी धमनी भी धड़क रही थी। यही नहीं, उसके सीने पर सिर रखा तो उसकी हार्ट बीट भी सुनाई दे रही थी।डॉक्टर ने मेरे सामने चेक भी नहीं किया और न ही बाद में कुछ बताया गया ।’