रफीक खान
प्रयागराज इलाहाबाद में आयोजित महाकुंभ में दुर्घटनाओं का सिलसिला रुक नहीं रहा है। पहले लगी भीषण आग और उसके बाद मची भगदड़ जैसी आपदा से स्थिति सामान्य भी नहीं हो पाई थी कि गुरुवार को दोपहर में अचानक से वैदिक टेंट सिटी आग की लपटों में घिर गई। देखते ही देखते वैदिक टेंट सिटी का बहुत बड़ा हिस्सा आग की चपेट में आ गया। वहां लगे हुए टेंट और कॉटेज धू धू कर जलने लगे। अफरा तफरी का माहौल निर्मित हो गया और सायरन बजाती हुई फायर ब्रिगेड की गाड़ियां आ पहुंची। आग को बुझाने का काम अभी भी लगातार जारी है। घटना में किसी के हताहत होने की जानकारी सामने नहीं आई है। A massive fire broke out again in Maha Kumbh, there was chaos after the incident in Vedic Tent City
जानकारी के मुताबिक कहा जाता है कि इस बार आग छतनाग घाट नागेश्वर घाट सेक्टर 22 के पास टेंट सिटी में लगी है। झूंसी की तरफ छतनाग के पास मेला के किनारे यह घाट है। प्राइवेट कंपनी की ओर से लगाए गए वैदिक टेंट सिटी में आग लगी है। अभी किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। फायर ब्रिगेड की गाड़ियां आग बुझाने में जुटी हैं। कई अधिकारी भी मौके पर पहुंचे हैं। अभी आग का कारण नहीं पता चल सका है। इससे पहले 19 जनवरी को गोरखपुर के गीता प्रेस के शिविर में आग लगी थी। तब डेढ़ सौ ज्यादा कॉटेज जलकर खाक हो गए थे। गीता प्रेस का शिविर शास्त्री ब्रिज के पास सेक्टर 19 में लगा था। तब प्रशासन ने छोटे सिलेंडर में रिसाव को आग का कारण बताया था। हालांकि गीता प्रेस वालों ने बाहर से आई आग को कारण बताया था।