रफीक खान
मध्य प्रदेश में छुट्टी के दिन रविवार को 15 आईएएस अधिकारियों तथा दो वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों के तबादला आदेश जारी किए गए हैं। जारी किए गए इन आदेशों के पीछे मुख्य सचिव अनुराग जैन के हिसाब से प्रशासनिक कसावट को माना जा रहा है।Transfer of 15 IAS and 2 IPS officers in MP, orders issued on holiday
रविवार को रात में जारी किए गए आदेश के संबंध में जानकारी के अनुसार कहा जाता है कि लोक निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव केसी गुप्ता को हटाकर उन्हें राज्यपाल का अपर मुख्य सचिव बनाया गया है। यह पहली बार हुआ है कि अपर मुख्य सचिव स्तर के किसी अधिकारी को राजभवन की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इसके पहले मुख्यमंत्री सचिवालय में अपर मुख्य सचिव के रूप में डॉ. राजेश राजौरा की पदस्थापना 8 महीने पहले की जा चुकी है। इसके अलावा मुख्यमंत्री कार्यालय में अपर सचिव स्तर के अधिकारी और रीवा में पदस्थ अपर आयुक्त अरुण परमार की पोस्टिंग की गई है। परमार इसके पहले भी पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान के कार्यकाल में मुख्यमंत्री कार्यालय में पदस्थ रह चुके हैं। 16 दिसंबर से शुरू होने वाले विधानसभा सत्र के पहले किए गए तबादले में अपर मुख्य सचिव लोक निर्माण विभाग की अतिरिक्त जिम्मेदारी नीरज मंडलोई और संसदीय कार्य विभाग का जिम्मा अनुपम राजन को सौंपा गया है। आदेश में आईजी पंजीयन की लंबे समय से जिम्मेदारी निभा रहे एम सेलवेंद्रन को इस काम से मुक्त किया गया है। उनके स्थान पर अपर सचिव कार्मिक अमित तोमर को आईजी पंजीयन और रजिस्ट्रेशन बनाया गया है। वे अतिरिक्त प्रभार के रूप में जीएडी के अपर सचिव कार्मिक का भी काम देखते रहेंगे। सेलवेंद्रन के पास आईजी पंजीयन का प्रभार सौंपने के बाद सचिव किसान कल्याण और कृषि विकास विभाग तथा सचिव कार्मिक सामान्य प्रशासन विभाग का प्रभार बना रहेगा। सचिव कार्मिक का अतिरिक्त प्रभार सेलवेंद्रन के पास ही रखा गया है।