परिवहन विभाग के "गोल्डन ब्वॉय" सौरभ शर्मा की बीवी उससे भी ज्यादा शातिर, काली कमाई को सफेद करने का खेला खेल - khabarupdateindia

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परिवहन विभाग के "गोल्डन ब्वॉय" सौरभ शर्मा की बीवी उससे भी ज्यादा शातिर, काली कमाई को सफेद करने का खेला खेल


रफीक खान
मध्य प्रदेश शासन के परिवहन विभाग में अदना से सिपाही के पद पर रहने वाले सौरभ शर्मा का नाम इन दिनों लगातार सुर्खियों में है। सौरभ शर्मा एक तरह से परिवहन विभाग के "गोल्डन ब्वॉय" के रूप में चर्चित हो रहे हैं। सौरभ शर्मा ने जिस तरह से अकूत काली कमाई की, उसने मध्य प्रदेश में लंबे समय से पनप रहे भ्रष्टाचार की ऐसी बानगी पेश की है कि कोई भी कुछ बोलने की स्थिति में नहीं रहा है। सौरभ शर्मा तो सौरभ शर्मा उसकी बीवी दिव्या शर्मा कहीं और भी ज्यादा शातिर है। दिव्या ने काली कमाई को सफेद करने के कई खेल खेले हैं और जिन संपत्तियों को उसने अपने नाम किया या करवाया, उनमें अपने पति का नाम तो दूर सरनेम तक का इस्तेमाल नहीं किया है। भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर से लेकर पूरे प्रदेश में अनगिनत संपत्तियां इनकी है और अभी ED इनको बारी-बारी से उजागर करेगी। पत्नी, मां और रिश्तेदारों के नाम पर संपत्तियों को दान के जरिए हेरा फेरी भी जमकर की गई है। The wife of Saurabh Sharma, the golden boy of the transport department, is even more cunning than him, she plays the game of converting black money into white

जानकारी के मुताबिक कहा जाता है कि प्रवर्तन निदेशालय और आयकर विभाग की टीमों को कई ऐसे तथ्य और दस्तावेज मिले हैं, जिसे कई संपत्तियों और नए चेहरे पर नकाब हो सकेंगे। इन दस्तावेजों के मुताबिक, सौरभ की मां को हाल ही के सालों में दो रिश्तेदारों से जमीनें दान में मिलीं। यह जमीनें सौरभ के नौकरी में आने के बाद दान में मिली। वहीं सौरभ की पत्नी दिव्या तिवारी ने अपनी बहन को संपत्ति दान की। सौरभ की मां उमा शर्मा को उनकी रिश्तेदार चंपा खेमरिया निवासी विनय नगर में 26 जुलाई 2023 को 1400 वर्गफीट का महाराणा प्रताप नगर में एक प्लाट दान में दिया। इसका बाजार मूल्य करीब 27 लाख रुपए है। इसके एक दिन बाद ही 27 जुलाई 2023 को श्यामा खेमरिया ने 0.387 एकड़ भूमि दान में दी। इसका बाजार मूल्य 14.24 लख रुपए बताया गया है। सौरभ की पत्नी दिव्या ने 1 अप्रैल 2022 को भोपाल में 2.61 हेक्टेयर जमीन काशीराम से खरीदी। यह कृषि भूमि है। इसमें से 1.01 हेक्टेयर भूमि बहन रेखा तिवारी को दान में दी। इसका बाजार मूल्य करीब 19 लाख रुपए बताया गया है। 13 अक्टूबर 2023 को भेरोपुर में भी दिव्या ने कृषि भूमि खरीदी। सौरभ की काली कमाई को मैनेज उसकी पत्नी दिव्या तिवारी ही करती थी। दिव्या ने शातिर तरीका अपनाया था। उसने दस्तावेजों में अपना नाम दिव्या तिवारी लिखा, साथ में पिता सलिल तिवारी का नाम लिखती थी। दानपत्र में भी उसने पिता के नाम का उपयोग किया है। सौरभ का न तो नाम साथ में उपयोग किया, न ही सरनेम। जांच एजेंसियों को इतना मटेरियल मिला है कि वह अभी पशोपेश में है कि किस एंगल से इसे विस्तारित किया जाए।