रफीक खान
रिश्वतखोरी को रोकने के लिए भले ही केंद्रीय और राज्य की जांच एजेंसियां कितनी भी सक्रिय हो लेकिन यह मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है। लगातार रिश्वतखोरों की पकड़-धकड़ इस बात को पूरी तरह से प्रमाणित करती है। जबकि यह बात भी ध्यान में रखना होगी कि जो भी पकड़-धकड़ होती है, वह दाल में नमक के बराबर भी नहीं है। इस सबके बीच इस समय एक नया ट्रेंड सामने आ रहा है, जिसमें अफसर बहुत ही चालाकी का इस्तेमाल कर रहे हैं। डिमांड तो अफसरों की होती है लेकिन वह छोटे कर्मचारियों को वसूली में लगाकर गांव खेल रहे हैं। इससे फायदा यह हो रहा है कि अफसर अगर पकडे नहीं गए तो उनके पास रकम बराबर पहुंच रही है और अगर पकड़ भी गए तो छोटा कर्मचारी जाल में फंस रहा है। छोटा कर्मचारी जाल में इसलिए फस रहा है क्योंकि उसके मन में भी लालच बसी हुई है। मध्य प्रदेश के जबलपुर में इस तरह का मामला मंगलवार को सामने उस वक्त आया, जब शहपुरा एसडीएम नदीमा श्री का ड्राइवर डेढ़ लाख रुपए की रिश्वत लेते पकड़ा गया। तकनीकी तौर पर तो ड्राइवर ही आरोपी बना है लेकिन यह बात प्रथम दृष्टया सामने आ जाती है कि कोई भी ड्राइवर किसी काम को कैसे कर सकता है? और उसकी फीस भी वह डेढ़ लाख रुपए ले रहा हो? New trend of bribery: Officers demand bribery, small employees get trapped in greed
गौरतलब है कि Sdm का ड्राइवर डेढ़ लाख की रिश्वत लेते रंगे हाथों लोकायुक्त पुलिस की विशेष स्थापना शाखा टीम ने किया ट्रैप। जमीन पर बासमती चावल के भंडार का तहसीलदार ने किया था निरीक्षण। इसके बाद शाहपुरा Sdm ने कारण बताओ जारी किया था नोटिस। sdm के नोटिस को रफ़ा dafa करने मांगी थी घूस। कारण बताओं नोटिस मिलने के बाद आवेदक संग्राम सिंह तहसील शहपुरा भिटोनी जिला जबलपुर द्वारा लोकायुक्त पुलिस के एसपी को शिकायत की गई। शिकायत में कहां गया कि आवेदक के रिश्तेदार की ग्राम खामदेही मैंन रोड में एक एकड़ जमीन है जिस पर ग्राम के कृषकों द्वारा बासमती धान का भंडारण किया जाता है दिनांक 28/10/24 को तहसीलदार शाहपुरा द्वारा मौका निरीक्षण कर पंचनामा बनाया गया था। एसडीएम कार्यालय शहपुरा से आवेदक को कारण बताओं नोटिस दिया गया था। जिसके संबंध में आवेदक एसडीएम शाहपुरा के ड्राइवर सुनील पटेल से मिला तो मामला रफा-दफा करवाने की एवज में ₹300000 की रिश्वत की मांग की गई थी। शिकायत सत्यापन उपरांत दिनांक 17 नवंबर को ड्राइवर सुनील पटेल को 1,50,000/- रु. रिश्वत लेते हुए धनवंतरी नगर चौक जबलपुर में रंगे हाथ ट्रैप किया गया, आरोपी के विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण (संशोधन) अधिनियम 2018 की धारा-7, के अंतर्गत कार्यवाही जारी है। इस कार्रवाई के बाद जबलपुर कलेक्टर दीपक सक्सेना ने एसडीएम शाहपुरा नदीमा श्री को अपने प्रभार से तो अलग कर दिया है लेकिन अभी लोकायुक्त पुलिस की कार्रवाई प्रतीक्षित मानी जा रही है।