रफीक खान
मध्य प्रदेश के सीहोर निवासी एक कारोबारी का परिवार तब चर्चाओं में आया, जब उसके बच्चों ने राहुल गांधी को गुल्लक भेंट की थी। इसके कुछ दिन बाद ही उनके घर ED का छापा पड़ गया और अब उस परिवार के पति-पत्नी ने सुसाइड कर लिया है। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी से जुड़े इस परिवार में हुई इस दोहरी आत्महत्या मामले में एक सुसाइड नोट भी पुलिस के हाथ लगा है। जिसमें भारतीय जनता पार्टी पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं। यह सुसाइड नोट प्रधानमंत्री तथा राष्ट्रपति को संबोधित किया गया है। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने मामला दर्ज जांच शुरू कर दी है। First ED raid on the family that gave piggy bank to Rahul Gandhi, then parents committed suicide
जानकारी के मुताबिक कहा जाता है कि सीहोर जिले के आष्टा में कारोबारी मनोज परमार और उनकी पत्नी नेमा परमार का शव शुक्रवार सुबह घर में फंदे पर लटका मिला है। 5 दिसंबर को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने उनके घर-दफ्तर पर रेड की थी। इसके बाद से वे परेशान थे। घटनास्थल पर सुसाइड नोट भी मिला है। वहीं घटना को लेकर पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने एक्स हैंडल पर ईडी द्वारा परमार को परेशान करने का आरोप लगाया है। भारत जोड़ो यात्रा के दौरान व्यापारी के बच्चों ने राहुल गांधी को गुल्लक भेंट की थी।मृतक मनोज के बड़े बेटे जतिन परमार ने कहा, 'ईडी वालों ने मानसिक तौर पर प्रेशर बनाया था। इस कारण माता-पिता ने सुसाइड किया है।' वहीं, मनोज के भाई राजेश परमार ने बताया कि मनोज पर ईडी का मानसिक दबाव था। इससे पहले भी कार्रवाई हुई, इससे वह परेशान हो चुका था। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी पहुंचे आष्टा मृतक पति पत्नी के पुत्र जतिन परमार और भाई राजेश परमार से की चर्चा। कारोबारी के बेटे जतिन परमार ने ईडी पर मानसिक रूप से प्रताड़ित करने और भाजपा ज्वाइन करने के आरोप लगाए है। खुदकुशी करने से पहले व्यापारी राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, चीफ जस्टिस, संसद में नेता प्रतिपक्ष सहित 17 लोगों के नाम 6 पेज का सुसाइड नोट छोड़ गया है। इसमें 6 बिंदुओं में उसने पूरा घनाक्रम लिखा है, जिसकी वजह से उसे खुदकुशी करने पर मजबूर होना पड़ा। सुसाइड नोट में जांच एजेंसी के अधिकारी द्वारा दबाव बनाकर भाजपा में शामिल होने की बात लिखी गई है। अब देखना यह है कि सुसाइड नोट के अनुसार किस-किस पर कार्रवाई की गाज गिरती है।