रफीक खान
आजकल टैटू बनवाने का शौक चरम पर है। युवा पीढ़ी ही नहीं बल्कि अधेड़ उम्र के महिला पुरुष भी टैटू बनवाने की शौकीन मिल जाएंगे। यह टैटू कितना खतरनाक हो सकता है, इसका अंदाजा भी नहीं है। लापरवाही के चलते एक ही सुई से टैटू बनाने वाले ने एक-दो नहीं बल्कि पूरी 68 महिलाओं को एड्स का पीड़ित बना दिया। एड्स पीड़ित महिला से इस्तेमाल की गई सुई के बाद उसमें जितनी महिलाओं को टैटू बनाया, सब एड्स की शिकार हो गई है। AIDS: 68 women got AIDS due to tattoo, infection happened from a single needle
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कहा जाता है कि UP के गाज़ियाबाद में महिला अस्पताल में डिलिवरी से पहले मेडिकल जांच की रिपोर्ट से खुलासा हुआ है कि पिछले चार सालों में 68 महिलाएं एचआईवी संक्रमित पाई गईं हैं। जब इन महिलाओं की काउंसलिंग की गई तो पता चला कि सभी ने सड़क किनारे टैटू बनवाया था। इस तरह टैटू का शौक इन सभी को भारी पड़ गया। काउंसलिंग के दौरान महिलाओं ने बताया कि उन्होंने सड़क किनारे टैटू बवाने वाले आर्टिस्ट से टैटू बनवाया था। उन्हें शक है कि इसी कारण उन्हें एचआई संक्रमण हुआ है। उन्होंने यह भी खुलासा किया कि टैटू बनवाने के बाद इनकी तबीयत खराब होनी शुरू हो गई थी।मामले में जिला अस्पताल की काउंसलर उमा सिंह के अनुसार, हर साल 15 से 20 महिलाएं एचआईवी संक्रमित मिल रही हैं। अगर एक टैटू बनाने के बाद उस सूई का दोबारा इस्तेमाल न किया जाए तो एचआईवी के संक्रमण से बचा जा सकता है। डॉक्टर का कहना है कि टैटू के लिए हर बार नए सुई का इस्तेमाल करना चाहिए। टैटू बनवाते समय 0.3 प्रतिशत संक्रमण का खतरा रहता है।