रफीक खान
उत्तर प्रदेश के झांसी स्थित महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज अस्पताल के चाइल्ड वार्ड में शुक्रवार की देर रात लगी आग में 10 बच्चों की जलकर दर्दनाक मौत मामले में एक बड़ा अपडेट सामने आया है। पहले जिस अग्निकांड के पीछे कारण शॉर्ट सर्किट माना जा रहा था, उसमें पता चला है कि ऑक्सीजन सिलेंडर के पाइप में अस्पताल की ही एक नर्स ने माचिस की जलती तीली लगा दी थी। माचिस की यह जलती तीली नर्स ने आखिर क्यों लगाई? यह अभी जांच का विषय है। हालांकि ऐसा कहा जा रहा है कि माचिस की तीली उसने कटे पाइप को जोड़ने की कोशिश में जलाई थी लेकिन जांच के बाद ही विस्तृत खुलासा हो पाएगा। चम गीत का कहना है कि जैसे ही नर्स ने माचिस की तीली उस पाइप में लगाई और पूरा चिल्ड्रन वार्ड आग से भभक उठा था। Big update in Jhansi fire: Nurse puts burning match stick in oxygen pipe
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कहा जाता है कि अग्निकांड के चश्मदीद भगवान दास ने पुलिस को बयान दिया है कि बच्चों के वार्ड में एक ऑक्सीजन सिलेंडर के पाइप को लगाने के लिए नर्स ने माचिस की तीली जलाई। जैसे ही उसकी तीली जली पूरे वार्ड में आग लग गई। आग लगते ही भगवान दास ने अपने गले में पड़े कपड़े से 5 से 6 बच्चों को लपेटकर बचाने का दावा भी किया है। उत्तर प्रदेश सरकार तथा अस्पताल प्रबंधन व स्थानिक प्रशासन तो पूरे तौर पर स्थिति को काबू में होने की बात बता रहा है लेकिन मीडिया रिपोर्ट्स में यह भी बात सामने आ रही है कि बहुत सारे बच्चे अभी लापता है। जिनके माता-पिता, उनका पता लगाने के लिए लगातार डॉक्टर और प्रबंधन के लोगों से जानने की कोशिश कर रहे हैं। जिन्हें राहत नहीं मिल रही है। उधर यह भी मामला सामने आया है कि अस्पताल के इस यूनिट में जो फायर सेफ्टी इक्विपमेंट लगा हुआ था, वह चार साल पहले ही एक्सपायर हो चुका था।