रफीक खान
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव का रिजल्ट आए 7 दिन बीत चुके हैं लेकिन अब तक वहां सरकार का गठन नहीं हो पाया है। भारतीय जनता पार्टी, शिवसेना शिंदे और एनसीपी अजीत पवार गुट यानी महायुति ने भले ही 288 में से 230 सीट जीत ली हो लेकिन अब तक मुख्यमंत्री को लेकर उनमें समन्वय नहीं बन पाया है। इस बीच कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की तबीयत उनके पैतृक गांव में बिगड़ गई है और मुंबई से उनके इलाज के लिए डॉक्टर रवाना किए गए हैं। वहीं विधायक दल की होने वाली एक दिसंबर की बैठक को भी रद्द कर दिया गया है, अब यह बैठक 3 दिसंबर को संभावित है। उधर शपथ ग्रहण समारोह की तारीख 5 दिसंबर सामने आ रही है। यह कार्यक्रम मुंबई के आजाद मैदान में आयोजित किया जाएगा। Oath taking ceremony in Maharashtra on 5th, Shinde's health deteriorated, doctor rushed him to village from Mumbai, legislative party meeting also cancelled.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार कहा जाता है कि 29 नवंबर को शिंदे दिल्ली में गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद मुंबई लौटे और सभी कार्यक्रम रद्द कर अपने गांव सातारा निकल गए। गांव में उनकी तबीयत बिगड़ गई है। मुख्य तौर पर एकनाथ शिंदे और देवेंद्र फडणवीस के बीच मुख्यमंत्री को लेकर पेंच फंसा हुआ है। भारतीय जनता पार्टी पूरा मन बना चुकी है कि देवेंद्र फडांवीस को ही मुख्यमंत्री बनाया जाएगा लेकिन एकनाथ शिंदे भी इसमें पीछे हटना नहीं चाह रहे हैं। हालांकि सार्वजनिक तौर पर भी पहले बयान कर चुके हैं कि जो भी अमित शाह और नरेंद्र मोदी निर्णय लेंगे वह उन्हें मान्य होगा। शपथ ग्रहण 5 दिसंबर को दोपहर 1 बजे मुंबई के आजाद मैदान में होगा। शिवसेना और NCP की ओर से एक-एक डिप्टी CM भी शपथ लेंगे। शिंदे सरकार में डिप्टी CM देवेंद्र फडणवीस के पास ही गृह मंत्रालय था। वो इस मंत्रालय को छोड़ना नहीं चाहते हैं। वहीं शिंदे गुट का तर्क है कि अगर डिप्टी CM का पद हमें मिल रहा है तो गृह मंत्रालय भी उन्हें ही मिलना चाहिए। शाह के साथ बैठक में भी इसका हल नहीं निकल पाया। विवाद के चलते शाह की बैठक में कैबिनेट गठन पर कोई समाधान नहीं निकल सका। भाजपा गृह, राजस्व, उच्च शिक्षा, कानून, ऊर्जा, ग्रामीण विकास अपने पास रखना चाहती है। उन्होंने शिवसेना को हेल्थ, शहरी विकास, सार्वजनिक कार्य, उद्योग ऑफर किया है। वहीं NCP अजित गुट को वित्त, योजना, सहयोग, कृषि जैसे विभाग देने की पेशकश की है। नई सरकार में CM और दो डिप्टी CM के साथ 43 मंत्री शामिल होंगे। इनमें भाजपा को 20-23, शिंदे गुट को 11 और अजित गुट को 9 मंत्री पद मिलने की संभावना है। इससे पहले शिंदे सरकार में 28 मंत्री थे और शिंदे के पास सबसे ज्यादा 11, भाजपा के पास 9 और अजित पवार गुट के पास 8 मंत्री थे। इस समय भाजपा विधायकों की संख्या ज्यादा होने से मंत्रियों की संख्या भी बढ़ेगी। विधायक दल की बैठक 3 दिसंबर को होगी, जिसमें दिल्ली से दो ऑब्जर्वर मुंबई आएंगे और विधायकों से चर्चा के बाद आधिकारिक रूप से CM फेस अनाउंस करेंगे। संघ से हरी झंडी मिलने के बाद CM पद के लिए देवेंद्र फडणवीस का नाम फाइनल कर दिया गया है।