रफीक खान
खाद को लेकर इस समय किसान बहुत ज्यादा परेशान है। किसान की हालत यह है कि खाद के लिए वह सड़कों से लेकर सरकारी दफ्तरों तक लगातार चक्कर काट रहे हैं। यहां तक कि प्रशासन के चरणों में किसान लोट रहा है कि उन्हें जरूरत के मुताबिक खाद उपलब्ध करा दी जाए। इस सबके बावजूद किसानों की समस्याओं का समाधान नहीं हो रहा है। सरकार लगातार खाद की उपलब्धता और सप्लाई की बात कह रही है लेकिन यह दावे कितने सच है? यह सड़कों पर उमड़ते किसानो की तादाद और उनकी समस्या बता रही है। उधर विपक्ष भी सत्ता पर निशाना साधने में कोई चूक नहीं कर रहा है, पर किसानों की समस्या जहां की तहां है। Food provider at the feet of administration, opposition is targeting the government
मध्य प्रदेश में खाद का संकट दिनों दिन गहराता जा रहा है। खाद की तलाश में किसान एक शहर से दूसरे शहर में भी चक्कर काटने को मजबूर हैं। कहीं खाद लेने के लिए धक्का-मुक्की की स्थिति बन रही है तो कहीं किसान धरना-प्रदर्शन और चक्काजाम करने को विवश हो रहे हैं। नर्मदापुरम जिले के सिवनीमालवा कस्बा में किसान सड़क पर उतर आए। प्रदर्शन कर चक्काजाम भी किया। जब इससे भी बात नहीं बनी तो लहलहाते फसल के सपने देख रही आंखों पर खाद संकट के आंसू न आएं, इसलिए अन्नदाता एसडीएम सरोज सिंह परिहार के सामने नतमस्तक हो गए। एसडीएम का सरकारी दावा है कि खाद की कोई कमी नहीं है। कृषि अधिकारियों को भी खाद उपलब्ध कराने के लिए निर्देशित किया गया है।