रफीक खान
मध्य प्रदेश के गुना जिले में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ABVP और ऑल इंडिया डेमोक्रेटिक स्टूडेंट ऑर्गनाइजेशन AIDSO के बीच गुटीय संघर्ष का मामला सामने आया है। दोनों ही संगठनों के नेता व कार्यकर्ताओं में जमकर मारपीट हुई है। घटना में कई छात्रों के घायल होने की भी खबर है। हमला और झगड़ा इस हद तक पहुंचा कि सीएसपी कोतवाली भरत नोटिया से भी धक्का मुक्की की गई और उस दौरान CSP सीढ़ी से गिर गए। पुलिस ने प्राप्त शिकायतों पर मामला दर्ज कर लिया है और जांच जारी है। मारपीट में घायल तीन छात्रों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं, कोतवाली में भी हंगामा हुआ। Factional fight between ABVP and AIDSO, many injured, Kotwali pushed with CSP, fell from the stairs
जानकारी के मुताबिक कहा जाता है कि ABVP कार्यकर्ता सोमवार दोपहर रैली के रूप में कलेक्ट्रेट पहुंचे। यहां अधिकारियों को ज्ञापन सौंपकर AIDSO पर बैन की मांग की।घटना में गंभीर रूप से घायल छात्र पत्रकार कॉलोनी निवासी दिव्यांश बक्शी ने पुलिस को बताया कि रविवार रात करीब 11.10 बजे वह अपने दोस्तों के साथ अखिल भारतीय विद्यार्थी परिसर के तेलघानी चौराहे पर स्थित कार्यालय में था। तभी दोस्त रुद्रप्रताप सिंह जादौन ने मोबाइल पर बताया कि एआईडीएसओ के कार्यकर्ताओं ने मुझे सिंह टावर के पास वाले बड़े पुल पर पकड़ लिया है और मारपीट कर रहे हैं। दिव्यांश और उसके साथी कार्यकर्ता कृष्णप्रताप सिंह जादौन, रुद बौहरे, प्रद्युम्न प्रताप सिंह पवैया, रुदप्रताप सिंह जादौन को बचाने के लिये बड़े पुल पर पहुंचे। वहां पहले से मौजूद एआईडीएसओ कार्यकर्ता शुभम राव, प्रह्लाद राव, राधेश्याम चन्देल, अमरीक संधू, दिनेश सेन और उनके अन्य साथी गालियां देकर चिल्लाने लगे कि इनको जान से खत्म कर दो। इसके बाद एआईडीएसओ के शुभम राव, प्रह्लाद राव, राधेश्याम चन्देल, अमरीक संधू, दिनेश सेन और उनके अन्य साथियों ने जान से मारने की नीयत से सभी पर लाठी, डंडों, गुप्ती, फरसे से हमला कर दिया।छात्र का सिर फट गया और हाथ पर चोट आई मारपीट में दिव्यांश का सिर फट गया और हाथ पर चोट आई। इन लोगों ने कृष्णप्रताप सिंह जादौन, रुद बौहरे, प्रद्युम्न प्रताप सिंह पवैया और रुदप्रताप सिंह जादौन से भी मारपीट की। घायल छात्रों ने बताया कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का 57वां मध्य भारत प्रांत अधिवेशन 19 से 22 दिसंबर तक गुना में होने वाला है। जिसके प्रचार प्रसार के लिए शहर में दीवारों पर हम लोग स्लोगन लिख रहे हैं। हमारे स्लोगन और प्रचार को बिगाड़ने के लिए जानबूझकर एआईडीएसओ के कार्यकर्ता उन पर पोस्टर चिपका देते हैं।