रफीक खान
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में स्वास्थ्य विभाग की महिला अफसर ने शुक्रवार को रिकवरी टीम को खदेड कर बैरंग वापस लौटा दिया। दरअसल स्वास्थ्य विभाग की रिकवरी करने के लिए टीम वहां पहुंची थी। उनके साथ गए वकील को भी धक्का मुककी करते हुए वापस लौटा दिया गया। इस मामले की शिकायत पुलिस को तथा न्यायालय को की गई है।BHOPAL Health Department's female officer chased the recovery team
जानकारी के मुताबिक कहा जाता है कि कोलकाता की एक कंपनी से मध्यप्रदेश के हेल्थ डिपार्टमेंट ने साल 2013 में कीटनाशक दवाएं खरीदी थी, जिसका पेमेंट नहीं किया गया। इसके खिलाफ कंपनी ने कोलकाता हाईकोर्ट में याचिका लगाई थी। इस पर हाईकोर्ट ने कंपनी को ब्याज समेत राशि भुगतान करने का आदेश दिया था। कोलकाता हाईकोर्ट के आदेश का पालन कराने के लिए कंपनी ने भोपाल जिला कोर्ट में एक्जीक्युशन याचिका लगाई। इस पर भोपाल कोर्ट ने स्वास्थ्य निदेशक से 19 करोड़ 34 लाख रुपए की कुर्की करने का आदेश दिया। बताया जाता है कि साल 2013 में 50.70 लाख की कीटनाशक दवाड्यां खरीदी थी।कोलकाता की इंसेक्टिसाइड मैन्युफेक्चर कंपनी से खरीदी की गई थी। स्वास्थ्य विभाग ने दवाओं के बदले कंपनी को पेमेंट नहीं किया। कोलकाता हाईकोर्ट के एडवोकेट पूर्णाशीष भुइया ने बताया- हेल्थ डायरेक्टर एमपी को नीटापोल इंडस्ट्री ने 2013 में इन्सेक्टिसाइट सप्लाई किया था। मेसर्स नेटापोल इंडस्ट्री इन्सेक्टिसाइट की मैन्युफैक्चरिंग और सप्लाई का काम करती है। विभाग ने 50 लाख 70 हजार रुपए कीटनाशक दवाएं ले ली और उपयोग करने के बाद अब तक भुगतान नहीं किया। हाई कोर्ट के आदेश के बाद स्वास्थ्य विभाग इस मामले में सुप्रीम कोर्ट तक जा चुका है लेकिन उसे कहीं से कोई राहत नहीं मिली। उधर हेल्थ विभाग की कार्रवाई के दौरान मौके पर पहुंची मीडिया टीम को बताया गया कि स्वास्थ्य विभाग में हेल्थ डायरेक्टर नहीं है।