MP में बनेगा एक नया संभाग, 3 जिले और कई तहसीलें, राजस्व और प्रशासनिक नक्शे में होगी काफी उथल-पुथल - khabarupdateindia

खबरे

MP में बनेगा एक नया संभाग, 3 जिले और कई तहसीलें, राजस्व और प्रशासनिक नक्शे में होगी काफी उथल-पुथल


रफीक खान
मध्य प्रदेश के प्रशासनिक और राजस्व नक्शे में काफी उथल-पुथल होने वाली है। इसके लिए जबरदस्त तरीके से काम चल रहा है और मध्य प्रदेश में एक नया संभाग तथा तीन नए जिलों के अलावा कई तहसीलें बनने की संभावना है। इसके साथ ही कई संभागों और जिलों में सीमाओं को भी बदल जाएगा। कई तहसीलों के जिले भी बदलने की तैयारी है। रिटायर्ड आईएएस मनोज श्रीवास्तव की अध्यक्षता में प्रशासनिक इकाई पुनर्गठन आयोग लगातार कलेक्टरों, कमिश्नरों से चर्चा कर भौतिक स्थितियों को समझ रहा है। निमाड़ के नया संभाग तथा पिपरिया, सिरोंज और बीना नए जिले बनाए जाने की संभावना है। A new division will be formed in MP, 3 districts and many tehsils, there will be a lot of upheaval in the revenue and administrative map.

गौरतलब है कि सितंबर 2023 में शिवराज सरकार ने प्रशासनिक इकाई पुनर्गठन आयोग का गठन किया था। नर्मदापुरम जिले से अलग होकर पिपरिया को नया जिला बनाने का प्रस्ताव है। पिपरिया के लोग काफी समय से इसकी मांग कर रहे हैं, क्योंकि जिला मुख्यालय से पिपरिया की दूरी करीब 70 किलोमीटर है। विदिशा जिले की सिरोंज तहसील को भी नया जिला बनाने की मांग लंबे समय से की जा रही है। सिरोंज जिला मुख्यालय से 85 किलोमीटर दूर है। पर्यटन स्थल सांची को रायसेन से विदिशा जिले में शामिल किया जा सकता है। वर्तमान में सांची रायसेन जिले का हिस्सा है और रायसेन से इसकी दूरी 23 किलोमीटर है, जबकि विदिशा से यह महज 10 किलोमीटर दूर है। 40 साल से बीना को जिला बनाने की मांग हो रही है और अब उम्मीद है कि आयोग इस पर अपनी मुहर लगा देगा। सतना जिले में चित्रकूट को नई तहसील बनाने का फैसला हो चुका है। सीहोर जिले की बुधनी तहसील को नर्मदापुरम में शामिल किए जाने की संभावना है। बैतूल जिले की मुलताई तहसील को पांढुर्णा में शामिल किया जा सकता है। धार जिले की कुक्षी तहसील को बड़वानी में शामिल किए जाने का प्रस्ताव है। नरसिंहपुर जिले को जबलपुर संभाग से हटाकर नर्मदापुरम संभाग में शामिल किया जा सकता है। इसी तरह जबलपुर संभाग के डिंडोरी जिले को शहडोल संभाग में शामिल किया जा सकता है। निमाड़ को नया संभाग बनाने की चर्चा भी जोरों पर है। पीथमपुर को इंदौर में शामिल करने की संभावना है।