रफीक खान
भारतीय जनता पार्टी के 19 विधायकों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखकर मणिपुर राज्य को बचाने और वहां के मुख्यमंत्री एन बिरेन सिंह को हटाने की मांग की है। विधायकों का कहना है कि राज्य में चल रही है हिंसा को रोकने का एकमात्र उपाय मुख्यमंत्री वीरेंद्र सिंह को उनके पद से तत्काल हटाना है। इसके बिना यहां शांति स्थापित होना बहुत मुश्किल काम होगा। क्योंकि मणिपुर पूरी तरह से बर्बाद और तबाह हो रहा है। भारतीय जनता पार्टी की 19 विधायकों की छुट्टी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक पहुंचाने के बाद राजनीतिक गलियारों में एक नई हलचल मच गई है। उधर भाजपा का शीश नेतृत्व भी इस दिशा में सोचने को मजबूर हो रहा है। चिट्ठी पर सिग्नेचर करने वालों में विधानसभा अध्यक्ष थोकचोम सत्यव्रत सिंह, मंत्री थोंगम विश्वजीत सिंह और युमनाम खेमचंद सिंह शामिल हैं। 19 BJP MLAs sent a letter to PM Modi, said - remove the CM immediately, only then the state will be saved
जानकारी के मुताबिक कहा जाता है कि इससे पहले 19 नवंबर को दिल्ली में मणिपुर बीजेपी के विधायकों की बैठक हुई। बैठक में पहली बार पार्टी के मैतेई, कुकी और नागा विधायक शामिल हुए। बैठक के बाद पार्टी के पांच विधायकों ने 20 नवंबर को प्रधानमंत्री को चिट्ठी सौंपी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक चिट्ठी में कहा गया है कि मणिपुर के लोग बीजेपी के नेतृत्व वाली सरकार पर सवाल उठा रहे हैं कि आखिर अब तक राज्य में शांति और सामान्य स्थिति बहाल क्यों नहीं हुई? जल्द ही कोई समाधान निकालना होगा क्योंकि लोग अपने विधानसभा क्षेत्र के विधायकों से भी इस्तीफे की मांग करने लगे हैं। भाजपा के विधायकों ने चिट्ठी में आगे लिखा कि बीजेपी के उत्साही समर्थक हैं। हमें जनता ने जनादेश दिया है, इसलिए मणिपुर को बचाने के साथ-साथ राज्य में बीजेपी को पतन से बचाने की जिम्मेदारी हमारी है।