डायलिसिस में लापरवाही, हिंदू परिषद कार्यकर्ता की मेडिकल में मौत, जांच के लिए बनाई गई कमेटी - khabarupdateindia

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डायलिसिस में लापरवाही, हिंदू परिषद कार्यकर्ता की मेडिकल में मौत, जांच के लिए बनाई गई कमेटी


रफीक खान
मध्य प्रदेश के जबलपुर शहर में स्थित नेताजी सुभाष चंद्र मेडिकल कॉलेज अस्पताल में डायलिसिस के दौरान एक युवक की मौत हो गई। मृतक युवक हिंदू सेवा परिषद का कार्यकरता बताया जाता है। डायलिसिस में लापरवाही का आरोप लगाने के बाद हिंदू सेवा परिषद के लोगों ने जोरदार प्रदर्शन किया, इसके बाद पुलिस, प्रशासन तथा मेडिकल प्रबंधन का बड़ा अमला मौके पर पहुंच गया और मामले की जांच करने के लिए तीन सदस्य कमेटी गठित कर दी गई। Negligence in dialysis, Hindu Parishad worker dies in medical, committee formed to investigate

जानकारी के मुताबिक कहा जाता है कि नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल कॉलेज में मंगलवार की सुबह इलाज के दौरान हिन्दू सेवा परिषद के कार्यकर्ता दीपक केवट (25) की मौत हो गई। दीपक की मौत की जानकारी लगते हुए मंगलवार की सुबह परिजनों के साथ हिन्दू सेवा परिषद के कार्यकर्ता मेडिकल कॉलेज पहुंचे और जमकर हंगामा किया। दीपक का शव मेडिकल कॉलेज के मुख्य गेट पर रखकर करीब चार घंटे तक प्रदर्शन किया गया और लापरवाही करने वाले स्टाफ के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई। परिजनों का यह भी आरोप है कि बाउंसरों के द्वारा भी मारपीट की गई है। ग्वारीघाट निवासी हिन्दू सेवा परिषद के कार्यकर्ता दीपक केवट की किडनी में प्रॉब्लम आ गई थी, जिसका बीते छह माह से मेडिकल कालेज में इलाज चल रहा था। दीपक को डायलिसिस के लिए शनिवार को मेडिकल कॉलेज के फोर्थ फ्लोर में वार्ड नंबर 15 में भर्ती करवाया गया। परिजनों का कहना है कि दीपक की तबीयत में सुधार भी हो रहा था, सोमवार की रात को जब डायलिसिस किया जा रहा था, उस दौरान टेक्निशियन ने लापरवाही बरती, जिसके चलते दीपक का काफी मात्रा में खून गिर गया, वार्ड के बाहर बैठे परिजनों ने देखा कि डायलिसिस मशीन में दीपक अकेला पड़ा तड़प रहा है, तुरंत ही डॉक्टरों को सूचना दी गई, इलाज भी किया गया लेकिन मंगलवार की सुबह दीपक की मौत हो गई। दीपक की मौत को लेकर परिजनों का कहना था जो कि टेक्नीशियन डायलिसिस कर रहा था, वह मोबाइल में व्यस्त था, जिसके चलते उसने मशीन पर ध्यान नहीं दिया और दीपक की मौत हो गई। मौके पर पहुंचे मेडिकल कॉलेज के डीन डॉक्टर नवनीत सक्सेना ने परिजनों को विश्वास दिलाया कि वे मामले की तीन सदस्यी जांच समिति गठित कर रहे हैं तथा यह समिति जांच करेगी कि वास्तव में किस तरह की लापरवाही मेडिकल अस्पताल में हुई है और जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।