अपनी सत्ता में ही लाचार क्यों BJP के MLA, पुलिस के सामने दंडवत से लेकर इस्तीफे तक पहुंची बेबसी - khabarupdateindia

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अपनी सत्ता में ही लाचार क्यों BJP के MLA, पुलिस के सामने दंडवत से लेकर इस्तीफे तक पहुंची बेबसी


रफीक खान
इस समय भारतीय जनता पार्टी की सियासत पूरे देश में सिर चढ़कर बोल रही है। पार्टी जहां चाह रही है, वहां बिना किसी मुश्किल के सरकार बना रही है। मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनावों का प्रदर्शन भी सबने देखा है कि भारतीय जनता पार्टी ने किस तरह से यहां दूसरी पार्टियों का सुपड़ा साफ कर दिया लेकिन पार्टी के भीतर सब कुछ ठीक-ठाक है या नहीं? यह उनके विधायक बता रहे हैं।विधायकों की लाचारी और बेबसी अब सड़क पर आ गई है। कोई पुलिस की कार्यप्रणाली को लेकर दंडवत हो रहा है तो कोई इस्तीफा देने को मजबूर है। कोई अपनी जान का खतरा बता रहा है तो कोई विधायकों की इस पीड़ा को सही ठहरा रहा है। कोई बढ़ते बलात्कारों की घटनाओं पर चिंता व्यक्त कर रहा है। इस सब के बावजूद कार्य प्रणाली में कहीं कोई परिवर्तन नजर नहीं आ रहा है। आखिर अपनी ही सत्ता के होते हुए भारतीय जनता पार्टी के विधायकों की लाचारी और बेबसी का ऐसा आलम क्यों सामने आ रहा है? Why are BJP's MLAs helpless in their own power, from prostration to resignation before the police?

गौरतलब है कि इसलिए कुछ घंटे के अंतराल में ही यह तमाम घटनाएं सामने आई हैं, जिनमें सागर जिले के देवरी विधायक बृज बिहारी पटेरिया ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। रीवा संभाग के नवगठित जिला मऊगंज के विधायक प्रदीप पटेल पुलिस एसपी के सामने दंडवत हो गए। कटनी के विधायक तथा पूर्व मंत्री रह चुके संजय पाठक ने अपनी जान का खतरा बताया और उन्होंने अपने आधार कार्ड में कटनी के स्थान पर पता पंजाब का बदल जाने की भी शिकायत की। कैबिनेट मंत्री रह चुके विधायक गोपाल भार्गव ने बढ़ती बलात्कार की घटनाओं पर चिंता व्यक्त की तो हमेशा मुखर रहने वाले विधायक अजय बिश्नोई भी कहां खामोश रह सकते थे। उन्होंने भी अपनी बेबाकी का प्रदर्शन कर डाला। ताजा घटना में सागर जिले के बीजेपी विधायक ब्रजबिहारी पटेरिया अपने समर्थकों के साथ थाने के बाहर धरने पर बैठ गए। वह केसली स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ डॉक्टर पर एफआईआर दर्ज करने की मांग कर रहे थे। पुलिस नहीं कर रही थी। विधायक का कहना था कि पीड़ित परिवार को डॉक्टर पीएम रिपोर्ट नहीं दे रहे हैं। एक महीने से परिवार अस्पताल का चक्कर लगा रहा है। इस मांग पर देवरी विधायक की सुनवाई नहीं हो रही थी। इस बात से नाराज होकर विधायक ने वहीं से विधानसभा अध्यक्ष को इस्तीफा भेज दिया। हालांकि विधायक जी ने रात को इस्तीफा भेजा और सुबह उसे वापस ले लिया। रीवा संभाग के नवगठित जिला मऊगंज के बीजेपी विधायक प्रदीप पटेल ने क्षेत्र में बढ़ती नशाखोरी को लेकर एएसपी के सामने दंडवत होते हुए विरोध जताया। विधायक प्रदीप पटेल ने एसपी से कहा कि मुझे गुंडों से मरवा दो। मैं आवाज उठा रहा हूं और आप लोग कार्रवाई नहीं कर रहे। विजयराघवगढ़ से बीजेपी विधायक संजय पाठक के आधार कार्ड का पता बदल गया। वह भी अपनी ही सरकार में जान को खतरा बता रहे हैं। विधायक संजय पाठक का कहना है कि कुछ लोग लगातार कटनी से लेकर भोपाल तक मेरा पीछा कर रहे हैं। इसकी शिकायत हमने डीजीपी से की थी। प्रदेश में बढ़ रही रेप की घटनाओं को लेकर कद्दावर नेता गोपाल भार्गव भी चिंतित हैं। उन्होंने तंज कसते हुए कहा है कि प्रदेश में रेप की घटनाएं बढ़ रही हैं और क्या हम इन परिस्थितियों में रावण दहन के अधिकारी हैं। ये वारदातें शर्मनाक हैं और हम अपनी बहन-बेटियों को सुरक्षा नहीं दे पा रहे। एक तरफ सरकार सुरक्षा का लगातार दम भर रही है और उसके ही अपने वरिष्ठ नेता व्यवस्था पर उंगली उठा रहे हैं।