रफीक खान
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव लगातार सुचिता और प्रशासनिक स्वच्छता, पारदर्शिता को लेकर गंभीरता के साथ काम कर रहे हैं। उनका पूरा फोकस राजस्व विभाग के कामकाज को बेहतर करने का है और यही कारण है कि वह लगातार राजस्व विभाग की सबसे महत्वपूर्ण कड़ी पटवारी को लेकर सार्वजनिक रूप से मंचों के माध्यम से भी बोल चुके हैं। इस सबके बीच में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है, जिसमें एसडीएम के स्टे आर्डर के लिए कार्यालय में प्रस्तुत बाबू द्वारा ₹50 हज़ार की मांग की गई और एक महिला जब ₹50 हज़ार देने में अपने को समर्थ पाई तो उसने ₹50 हज़ार के बदले के देने का फैसला कर लिया और गाय लेकर एसडीएम कार्यालय जा पहुंची। To get stay order from SDM, she reached the office with a cow in exchange of Rs 50 thousand
जानकारी के मुताबिक कहा जाता है कि टीकमगढ़ जिले के बल्देवगढ़ तहसील कार्यालय का है। जहां कैलपुरा गांव निवासी एक महिला ने बताया कि उसकी जमीन पर गांव के ही एक दबंग द्वारा जबरदस्ती कब्जा किया जा रहा है, जब वो शिकायत लेकर थाने गई तो पुलिस ने कहा कि आप एसडीएम कार्यालय से स्टे ले आओ जिसके लिए वो पिछले 8 दिनों से लगातार एसडीएम कार्यालय के चक्कर लगा रही है। वहीं एसडीएम के एक कर्मचारी ने स्टे के नाम पर उससे 50 हजार रुपए की रिश्वत मांग डाली, जिसे देने में जब महिला ने असमर्थता जताई तो उसे अपनी ही जमीन पर स्टे नहीं मिला। महिला को जब स्टे ऑर्डर नहीं मिला तो वह सरकारी कर्मचारी को रिश्वत के तौर पर अपनी गाय लेकर एसडीएम कार्यालय पहुंच गई और तहसीलदार की जीप के सामने गाय को बांध दिया और कहा कि अगर उसे स्टे ऑर्डर नहीं मिला तो वह आग लगाकर आत्महत्या कर लेगी। पीड़िता ने बताया कि उसने कई बार तहसीलदार और एसडीएम को आवेदन दिया लेकिन उसे स्टे ऑर्डर नहीं दिया जा रहा है। महिला का आरोप है कि प्रशासन से और राजनीतिक पार्टियों से दबंगों का गहरा कनेक्शन है, जिसके चलते उसकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है।