अब गवर्नर के पोते ने दी लेडी ASI को धमकी, विसर्जन के लिए घाट पर जाने का विवाद - khabarupdateindia

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अब गवर्नर के पोते ने दी लेडी ASI को धमकी, विसर्जन के लिए घाट पर जाने का विवाद


रफीक खान
मध्य प्रदेश में मंत्रियों और नेताओं के पुत्रों का इस समय जबरदस्त रोल सामने आ रहा है। संयोग ये है कि सब के सब पुलिस से ही टकरा रहे हैं। ताज़ा मामला कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत के पोते का आया है, जो दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के दौरान नदी के घाट पर प्रवेश के लिए लेडी ASI से टकरा गए और उसे धमकी देने लगे। काफी देर तक बहसबाजी चलती रही। इस घटना का भी वीडियो सामने आया है। Now Governor's grandson threatens Lady ASI, dispute over going to the ghat for immersion

पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के भतीजे तथा उनके विधायक भाई लक्ष्मण सिंह के पुत्र द्वारा पुलिस वालों को दी जाने वाली धमकी और उसके बाद में प्रदेश के कैबिनेट मिनिस्टर पहलाद पटेल के पुत्र द्वारा पुलिस वालों की वर्दी उतरवा ने की धमकी के बाद नागदा से यह प्रकरण सामने आया है। दशहरा पर नागदा में माता जी की प्रतिमाओं का विसर्जन कार्यक्रम के दौरान कई लोग मूर्तियों को लेकर चम्बल नदी पर गए थे। नदी में पानी अधिक होने के कारण पुलिस ने भीड़ को नदी पर नहीं जाने दिया। इसी दौरान दोपहर में कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत का पोता और पूर्व विधायक जितेंद्र गहलोत का बेटा विशाल गेहलोत, धीरज गेहलोत, नपा अध्यक्ष संतोष गेहलोत के पति ओमप्रकाश गेहलोत सहित गेहलोत परिवार के दो अन्य लोगों को पुलिस ने आगे जाने से रोक दिया। विशाल को नदी पर जाता देख मौके पर मौजूद एएसआई पूजा राठौर ने उसे रोकने का प्रयास किया। इसी बात पर विशाल पुलिस से टकरा गया। विशाल को विवाद करता देख पुलिसकर्मी वीडियो बनाने लगे, तब विशाल और उसके साथियों ने धमकी देते हुए मोबाइल छीनने की कोशिश की। घटना के वीडियो में विशाल पुलिसकर्मियों को रिकार्डिंग बंद करने की धमकी देते हुए नजर आ रहा है। इस मामले की सोशल मीडिया पर वायरल होने तथा तूल पकड़ने के बाद वहां पदस्थ एडिशनल एसपी का मिडिया से कहना था कि नीतेश भार्गव नदी पर सिर्फ पांच लोगों को जाने की अनुमति थी। कुछ लोग ज्यादा संख्या में जा रहे थे। उन्हें रोकने का प्रयास किया इसके अलावा कोई बात नहीं हुई। ऐसा कहा जा रहा है कि निर्मित परिस्थितियों में पुलिस ने अपने को बहुत बेबस पाया और उसने शांत रहना ही मुनासिब समझा।