रफीक खान
मध्य प्रदेश के समीपवरती राज्य छत्तीसगढ़ की रायगढ़ जिले से एक बुरी खबर सामने आई है। वह ये है कि यहां एक एलीफेंट फैमिली की मौत बिजली के करंट लगने से हो गई। किसी घटना में पूरी के पूरे हाथी परिवार की मौत का यह मामला राज्य में पहला माना जा रहा है। यह दुखद घटना बीती रात रायगढ़ के घरघोड़ा ब्लॉक के ग्राम चौहुकीमार स्थित वन विभाग की नर्सरी के दायरे में घटित होना पाई गई है। इस घटना की जानकारी शनिवार की सुबह जब वन विभाग को लगी तो वन विभाग के आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए और घटना की जांच के आदेश भी दिए गए हैं। इस घटना में सबसे महत्वपूर्ण बात सामने यह आ रही है कि आखिर इस पूरे परिवार की मौत का जिम्मेदार कौन है? और कौन सी लापरवाही बरती गई? Entire elefant family dies of electrocution, first case in the state
जानकारी के मुताबिक कहा जाता है कि ग्राम चुहकीमार की वन विभाग द्वारा संचालित नर्सरी के भीतर तेज विद्युत प्रवाहित तार की चपेट में आने से एक साथ तीन हाथियों की मौत के बाद मौके पर पहुंचे घरघोड़ा सब डिवीजन के एसडीओ का कहना है कि कचकोबा परिसर में करंट की चपेट में आकर तीन हाथियों की मौत हुई है। इसमें एक नर, एक मादा के अलावा शावक शामिल है। तीनों शवों का पोस्टमार्टम कराने के बाद रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। नर्सरी के भीतर हुए इस हादसे को लेकर मौके पर पहुंचे पर्यावरण समिति के सदस्य का कहना है कि तमनार वन परिक्षेत्र के बकचबा बीट के चुहकीमार में स्थित वन विभाग के नर्सरी में करंट की चपेट में आने से तीन हाथियों की मौत हुई। रायगढ़ जिले के रायगढ़ वन मंडल और धरमजयगढ़ वन मंडल में बीते एक माह से लगभग 158 अपने शावकों के साथ विचरण कर रहे हैं और ये हाथी अलग-अलग दलों में धरमजयगढ़ वन मंडल के दो दर्जन से अधिक ग्रामों के अलावा रायगढ़ वन मंडल के एक दर्जन से भी अधिक गांवों में लगातार उत्पात मचा रहे हैं. कल देर रात करीब 78 हाथियों का दल जिले के सांसद राधेश्याम राठिया के गृह ग्राम छर्राटांगर और चुहकीमार के पास पहुंचा था और इनके ही दल के तीन सदस्य करंट प्रवाहित तारों की चपेट में आने मारे गए। नर्सरी के भीतर विद्युत विभाग की 11 केवी लाइन के तार खंबे से नीचे झुल रहे थे और वहां से गुजर रहे ये तीनों हाथी तारों की चपेट में आ गए।