रफीक खान
महाराष्ट्र के मुंबई में शुक्रवार को उस समय खलबली मच गई, जब मंत्रालय भवन से एक कैबिनेट मिनिस्टर ने छलांग लगा दी। आदिवासी विधायक सुबह से ही मंत्रालय में धरना दे रहे थे और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का भी इन विधायकों ने रास्ता रोका था। आदिवासी विधायक मांग कर रहे थे कि आदिवासी आरक्षण के तहत धनगरों को आरक्षण नहीं दिया जाए। बस इस मांग को लेकर विधायकों के साथ जनजाति मंत्री नरहरि जरवल भी तीसरी मंजिल से कूद गए। वह तो जाली लगी हुई थी, जिसके कारण सभी की जान बच गई। Cabinate minister jumped from the third floor of Mantralaya building, saved his life due to it being fake
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कहा जाता है कि जिरवाल के कूदने से पहले से पहले कुछ विधायकों के साथ मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से मुलाकात की थी, लेकिन यह बैठक नाकाम रही। इसके बाद जिरवाल समेत 2 विधायक इमारत से ही कूद गए। इससे कुछ घंटे पहले नरहरि ने कहा था कि मुख्यमंत्री शिंदे को हमारी बात सुननी होगी। अगर वह नहीं सुनेंगे तो हमारे पास प्लान बी तैयार है। जिरवाल विधानसभा के डिप्टी स्पीकर भी हैं। तीसरी मंजिल से कूदने के बाद सुरक्षाकर्मियों और पुलिस ने विधायक नरहरी और उनके समर्थकों को जाली से नीचे उतारा।