बीमा में घपला: ओरिएंटल इंश्योरेंस कं. के डिविजनल मैनेजर, डेवलपमेंट ऑफिसर, 8 कंपनियों के मालिकों पर CBI ने की FIR - khabarupdateindia

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बीमा में घपला: ओरिएंटल इंश्योरेंस कं. के डिविजनल मैनेजर, डेवलपमेंट ऑफिसर, 8 कंपनियों के मालिकों पर CBI ने की FIR


रफीक खान
सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन CBI ने ओरिएंटल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड के संभागीय प्रबंधक, विकास अधिकारी, आठ कंपनियों के मालिकों, एजेंट, सर्वेक्षक, अन्वेषक आदि 13 लोगों पर मामला दर्ज किया है। बीमा दावों के साथ की गई इस घपलेबाजी के मामले में सीबीआई दिल्ली की टीम ने बृहद जांच के बाद यह कार्रवाई की है। इस मामले में मध्य प्रदेश के इंदौर, सतना तथा जबलपुर में आरोपियों के निवास तथा आधिकारिक परिसरों कार्यालय में मंगलवार तथा बुधवार को व्यापक पैमाने पर छापा मार करवाई कर विभिन्न आपत्तिजनक दस्तावेज भी बरामद किए हैं। सीबीआई का जांच अभियान अभी भी जारी है। सीबीआई की सीजीओ कंपलेक्स लोधी रोड नई दिल्ली स्थित मुख्यालय द्वारा प्रदत्त की गई जानकारी के अनुसार कहा जाता है कि केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने ओरिएंटल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड (ओआईसी लिमिटेड) के क्षेत्रीय प्रबंधक की शिकायत के आधार पर ओआईसी लिमिटेड के मंडल कार्यालय के वरिष्ठ मंडल प्रबंधक और विकास अधिकारी सहित 13 आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। फर्जी दावा निपटान के आरोप में सतना (एमपी) और एक एजेंट, एक इंदौर स्थित सर्वेक्षक और हानि मूल्यांकनकर्ता, एक जांचकर्ता और सतना (एमपी) स्थित निजी फर्मों के आठ मालिकों सहित 11 निजी व्यक्तियों पर मुकदमा चलाया जाएगा। यह आरोप लगाया गया था कि वर्ष 2022 के दौरान, आरोपी व्यक्तियों ने आपस में एक आपराधिक साजिश रची और उसके अनुसरण में, फर्मों के मालिकों ने दूसरों के साथ मिलकर ओआईसी लिमिटेड, सतना से धोखाधड़ी से बीमा राशि का दावा किया और इस तरह रुपये की गलत हानि हुई। ओरिएंटल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड को 4 करोड़ (लगभग) और स्वयं को गलत लाभ का मामला है। आरोप लगाया गया था कि 07 फर्मों (तेंदू पत्ता व्यापारी फर्म) के आरोपी मालिकों ने मई 2022 में 14 पॉलिसियों के तहत ओरिएंटल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड, सतना से तेंदू पत्ता (बीड़ी पत्ता) के स्टॉक का बीमा कराया था और स्टॉक अपने पास रख लिया था। सतना जिले के ग्राम अहिरगांव में एक गोदाम, जो कथित तौर पर आग से जल गया। कथित तौर पर गोदाम में कोई बिजली कनेक्शन नहीं था और कथित आग मानव निर्मित थी। 
Insurance fraud: Oriental Insurance Co. CBI files FIR against Divisional Manager, Development Officer, owners of 8 companies

ये गड़बड़ियां सामने आई

यह भी आरोप लगाया गया कि इस संबंध में सर्वेयर, जांचकर्ता और ओआईसी लिमिटेड के अधिकारियों द्वारा इस संबंध में स्थानीय पुलिस की एफआईआर और पंचनामा को नजरअंदाज कर दिया गया। कथित तौर पर 07 फर्मों ने चार्टर्ड अकाउंटेंट की मदद से बढ़े हुए क्लोजिंग स्टॉक के लिए फर्जी ट्रेडिंग खाते तैयार किए, जिन्हें सर्वेक्षक, जांचकर्ता और ओआईसी लिमिटेड के अधिकारियों द्वारा सत्यापित नहीं किया गया था। उन्होंने इस तथ्य को भी नजरअंदाज कर दिया कि कोई जीएसटी रिटर्न दाखिल नहीं किया गया था। फर्में। यह भी आरोप लगाया गया कि मध्य प्रदेश वन विभाग द्वारा तेंदू पत्ते मेसर्स पी.सी. ट्रेडिंग कंपनी (व्यापारिक फर्मों को तेंदू पत्तों के कथित आपूर्तिकर्ता) को बेचे गए थे, न कि अन्य 07 आरोपी फर्मों को।

सतना से किया गया निपटान

यह भी आरोप लगाया गया कि आरोपी विकास अधिकारी ने ओआईसी लिमिटेड के नियमों और विनियमों के खिलाफ 07 बीमा पॉलिसी को 14 पॉलिसियों (07 फर्मों के लिए प्रत्येक दो पॉलिसियां) में विभाजित करके दावा राशि को वरिष्ठ मंडल प्रबंधक के वित्तीय अधिकार के भीतर लाया और इस तरह प्रवाहकीय बनाया। उच्च अधिकारियों को संदर्भित किए बिना दावों को मंजूरी देने की परिस्थितियाँ। इसके बाद, फर्मों ने 14 बीमा पॉलिसियों में 14 दावे दायर किए जिनका निपटान ओआईसी लिमिटेड, सतना से किया गया। 
सीबीआई द्वारा कंपनी के सतना संभाग के डेवलपमेंट ऑफिसर विजय कुमार मोंगिया, डिविजनल मैनेजर आरसी प्रतीति, एजेंट श्रीचंद्र अग्रवाल, सर्वेयर एंड लॉस एसेसर्स इंदौर सुनील गर्ग, इन्वेस्टिगेटर बृजेश यादव एवं कंपनियों के प्रोपराइटर के रूप में मेसर्स एस के तेंदू लवर्स, सुनील पांडे, मेसर्स अनिल पांडे, मेसर्स सी के ट्रेडिंग कंपनी सतना, मेसर्स विंध्याचल इंटरप्राइजेज प्रशांत पांडे, मेसर्स डीके ट्रेडिंग दीपक कुमार पांडे, मेसर्स आर्यन ट्रेनिंग कंपनी सतना रामानंद द्विवेदी, मेसर्स पीसी ट्रेडिंग सतना फक्कड़ ताम्रकार तथा दो अन्य के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज की गई है।

नुकसान को ऐसे बढ़ा दिया

साजिश के अनुसरण में, आरोपी वरिष्ठ मंडल प्रबंधक ने कथित तौर पर संबंधित आरोपियों से सर्वेक्षण और जांच कराई, जिन्होंने अग्नि दुर्घटना में हुए नुकसान को बढ़ाकर 14 सर्वेक्षण रिपोर्ट और 14 जांच रिपोर्ट प्रस्तुत कीं। कथित बढ़ी हुई सर्वेक्षण रिपोर्ट/जांच रिपोर्ट के आधार पर, आरोपी वरिष्ठ मंडल प्रबंधक ने धोखाधड़ी से इन फर्मों के पक्ष में दावों का निपटान किया। मध्य प्रदेश के इंदौर, सतना और जबलपुर में आरोपियों के आवासीय और आधिकारिक परिसरों सहित 03 स्थानों पर तलाशी ली जा रही है। जिससे विभिन्न आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद हुए।