रफीक खान
मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले में बुधवार को घटित हुई सिहोरा के पास एक सड़क दुर्घटना के मामले में जहां 7 लोगों की मौत हो गई, वहीं गंभीर रूप से घायलों को उपचार हेतु नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंचाने के निर्देश के बाद निजी अस्पतालों से एंबुलेंस सेवा के कर्मचारियों की कमीशनखोरी और सांठगांठ उजागर हुई है। कलेक्टर ने खुद इस मामले में संज्ञान लिया और 108 एम्बुलेंस सेवा के दो ड्राइवर और इमरजेंसी मेडिकल टेक्नीशियन सहित 4 कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया है। निजी अस्पतालों से चल रही इस तरह की सांठगांठ के और मामले पता लगाने तथा गंभीरता से निगरानी करने के लिए एडिशनल कलेक्टर के नेतृत्व में कलेक्टर द्वारा एक टीम का गठन भी किया गया है, जो और मामलों पर भी नजर रखेगी। Commissioning and nexus with private hospitals exposed, 4 ambulance service employees dismissed, Collector forms investigation team
इस संबंध में कलेक्टर दीपक सक्सेना का कहना है कि सिहोरा-मझगंवा मार्ग पर ग्राम नुंजी के पास बुधवार को लोडिंग ऑटो और हाइवा की टक्कर में घायल हुये दो मरीजों को मेडिकल कॉलेज जबलपुर की जगह राइट टाउन स्थित निजी अस्पताल में भर्ती करा दिया गया। इस दुर्घटना में घायल हुए 11 मरीजों में से दो को सिविल अस्पताल सिहोरा से मेडिकल कॉलेज जबलपुर रेफर किया गया था, लेकिन 108 एम्बुलेंस चालक और स्टाफ द्वारा इन्हें मेडिकल कॉलेज के स्थान पर राइट टाउन स्थित मोहनलाल लाल हरगोविंद दास हॉस्पिटल में भर्ती करा दिया गया । इस निजी अस्पताल में घायलों को भर्ती कराने के पहले 108 एम्बुलेंस सेवा के स्टाफ द्वारा मेडिकल कॉलेज में इन घायलों की पर्ची भी कटवाई गई, लेकिन उन्हें वहां ना ले जाकर मोहनलाल हरगोविंद दास अस्पताल में भर्ती करा दिया गया। एक घायल को सपा लाल के पास स्थित जानकी रमन हॉस्पिटल में भी भरती कराया गया जबकि यह भी मेडिकल के लिए रेफर किया गया था।कलेक्टर दीपक सक्सेना ने 108 एम्बुलेंस सेवा के कर्मियों के इस कृत्य की जानकारी मिलने पर कल रात को ही चिकित्सा अधिकारियों को सख्त कार्यवाही करने के निर्देश दे दिये थे।
अस्पतालों की कारगुजारी की भी होगी जांच
एम्बुलेंस संचालकों और निजी अस्पतालों की मिलीभगत के इस मामले को गम्भीरता से लेते हुये कलेक्टर दीपक सक्सेना ने इसकी पूरी जाँच करने के निर्देश चिकित्सा अधिकारियों को दिये हैं। बताया गया है इस मामले को देखते हुये कलेक्टर श्री सक्सेना के निर्देश पर निजी अस्पतालों एवं एम्बुलेंस चालकों के बीच सांठगांठ की जाँच भी कराई जायेगी। जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ संजय मिश्रा ने बताया कि इस प्रकरण में 108 एम्बुलेंस सेवा के जोनल मैनेजर और ऑपरेशन मैनेजर को भी नोटिस जारी किये गये हैं । डॉ मिश्रा ने बताया कि दुर्घटना में घायल मरीजों को सिहोरा अस्पताल से मेडिकल कॉलेज लाने वाली 108 एम्बुलेंस कटनी जिले की थीं। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ संजय मिश्रा ने बताया कि 108 एम्बुलेंस सेवा के स्टाफ द्वारा सिहोरा अस्पताल से मेडिकल कॉलेज के स्थान पर मोहनलाल हरगोविंद दास हॉस्पिटल भर्ती कराये गये दोनों घायलों ठाकुर लाल कोल और मंगोबाई को हालत में सुधार को देखते हुये आज सुबह उन्हें वापस सिहोरा अस्पताल ले जाया गया है ।