वक्फ संशोधन: JPC की बैठक में हंगामा, सांसद संजय सिंह और ओवैसी जमकर बरसे - khabarupdateindia

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वक्फ संशोधन: JPC की बैठक में हंगामा, सांसद संजय सिंह और ओवैसी जमकर बरसे


रफीक खान
केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा वक्फ एक्ट संशोधन इस समय मुस्लिम समुदाय में न सिर्फ चर्चा बल्कि एक बड़ा चिंता का विषय बना हुआ है। एक तरफ जहां कथित तौर पर यह प्रचार हो रहा है कि वक्फ के नाम पर दूसरे समुदायों की संपत्तियों हड़प ली गई है, वहीं वक्फ संपत्तियों के रखवाले उसके खुर्द बुर्द होने को लेकर चिंतित है। इस सबके बीच जॉइंट पार्लियामेंट कमेटी की चौथी बैठक के दौरान AAP सांसद संजय सिंह तथा AMIM सांसद असदुद्दीन ओवैसी द्वारा ASI की रिपोर्ट्स को कटघरे में रखते हुए सवालिया निशान लगाए गए। Waqf Amendment: Uproar in JPC meeting, MP Sanjay Singh and Owaisi lashed out भारत सरकार की मंशा पर भी सवाल उठाया गया। तीखी नोक झोक के दौरान तेलंगाना वक्फ बोर्ड द्वारा बिल के विरोध का भी मुद्दा उठा। भारतीय पूरातत्व सर्वेक्षण के अधिकारियों की रिपोर्ट की भी जांच की मांग की जा रही है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कहा जाता है कि वक्फ (संशोधन) कानून पर विचार करने के लिए बनाई गई जेपीसी की चौथी बैठक में जोरदार हंगामा हुआ। मुस्लिम संगठनों के प्रतिनिधियों और विपक्षियों ने एएसआई की रिपोर्ट पर सवाल खड़े किए। बैठक में मुस्लिम संगठनों के प्रतिनिधियों ने जहां बिल की जरूरत और इसके प्रावधानों पर सवाल उठाते हुए कड़ा विरोध किया, वहीं विपक्षी सांसदों ने भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) की ओर से बैठक में दी गई प्रजेंटेशन को ही गलत बताया और हंगामा किया। बैठक में भी सत्ता पक्ष और विपक्ष के सांसदों के बीच जोरदार बहस देखने को मिली। विपक्षी सांसद संजय सिंह एवं असदुद्दीन ओवैसी की भाजपा सांसदों के साथ कई बार तीखी बहस हुई। विपक्षी दलों के सांसदों ने उनकी तरफ से पेश किए गए आंकड़ों को ही गलत बताते हुए बैठक में हंगामा कर दिया। विपक्षी दलों के सांसदों ने एएसआई अधिकारियों पर जेपीसी को गुमराह करने का आरोप लगाते हुए चेतावनी भी दे दी कि ऐसा करने के लिए इनके खिलाफ विशेषाधिकार का मामला बन जाएगा। कहा जाता है कि एएसआई के अधिकारियों ने बैठक में यह बताया कि वक्फ बोर्ड के साथ देशभर में 132 संपत्तियों को लेकर उनका विवाद है, लेकिन आप सांसद संजय सिंह ने तुरंत इस आंकड़े को गलत बताते हुए कहा कि आप पूरे देश के लिए 132 का आंकड़ा बता रहे हैं, जबकि सिर्फ दिल्ली में ही एएसआई ने 172 वक्फ संपत्तियों पर कब्जा कर रखा है। मुस्लिम संगठनों ने वक्फ बोर्ड में गैर मुस्लिमों को शामिल करने, कलेक्टर को ज्यादा अधिकार देने, वक्फ बाई यूजर को हटाने, वक्फ को संपत्ति दान करने के लिए 5 साल का प्रैक्टिसिंग मुस्लिम होने की अनिवार्य शर्त जैसे कई प्रावधानों को पूरी तरह से गलत बताते हुए बिल की जरूरत और सरकार की मंशा पर भी सवाल उठाए। बैठक के दौरान एक भाजपा सांसद द्वारा यह कह दिए जाने पर की वक्फ बोर्ड का कुरान में कोई जिक्र नहीं है पर सांसद असदुद्दीन ओवैसी के साथ उनकी काफी तीखी नोंक झोंक हुई जॉइंट पार्लियामेंट कमेटी के जरिए वक्फ संशोधन के बिंदुओं और उसकी जरूरत है या नहीं? जैसे अहम विषय पर विचार हो रहा है।