रफीक खान
कोई कितना भी दावा करे कि सब कुछ ठीक चल रहा है या फिर कोई एकता का कितना बड़ा भी दम्भ भर लेकिन कहीं ना कहीं कुछ ना कुछ गड़बड़ तो है। भारतीय जनता पार्टी में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। आए दिन इस तरह के नजारे देखने मिलते रहते हैं और अगर बात करें सागर के एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम की तो यहां भी यही नजारा देखने को मिला। सागर संभाग में भारतीय जनता पार्टी के छत्रप नेता गोपाल भार्गव तथा भूपेंद्र सिंह मध्य प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के कार्यक्रम में मंच छोड़कर निकल गए। आखिर दोनों ही पूर्व मंत्री तथा वरिष्ठ भारतीय जनता पार्टी नेता एक ही गाड़ी से एक ही समय में क्यों निकले??इस पर स्यासत में जमकर चटकारे लिए जा रहे हैं। "Something is wrong": Former ministers Gopal Bhargava and Bhupendra Singh left CM's program
बताया जा रहा है कि मंच में दोनों नेताओं को बैठने के लिए उचित स्थान नहीं मिला था। सागर में चौथा रीजनल इंडस्ट्रियल कॉन्क्लेव कराया गया। इसमें बीजेपी के नेताओं में कलह दिखाई दी। मप्र के कद्दावर नेता और पूर्व मंत्री और सबसे सीनियर विधायक गोपाल भार्गव और बुंदेलखंड में कभी सेकंड CM कहलाने वाले पूर्व मंत्री भूपेंद्र सिंह उपेक्षित रहे। उन्हें मंच पर उचित स्थान भी नहीं दिया गया। बता दें कि दोनों नेताओं को सीएम के दाएं-बाएं 9वें नंबर की कुर्सियों पर बैठाया गया था। हालांकि उनसे काफी जूनियर विधायकों को कार्यक्रम में ज्यादा तब्बजों दी गई। सीएम डॉ मोहन यादव जब मंच पर बोलने आए तो दोनों जा चुके थे। सीएम ने खुद मंच से वरिष्ठ नेताओं के मौजूद न होने की बात कही थी। बुंदेलखंड रीजनल इंडस्ट्रियल कॉन्क्लेव में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के आगमन के साथ ही सागर जिले से इकलौते मंत्री गोविंद सिंह राजपूत व सागर विधायक शैलेंद्र जैन ही उनके साथ साथ नजर आए। बुंदेलखंड से आने वाले अन्य मंत्री जिनमें लखन पटेल, धमेंद्र लोधी और दिलीप अहिरवार को मंच पर जगह तो मिली, लेकिन वे सीएम के ज्यादा नजदीक नहीं दिखे। एक समय में एक दूसरे के घुर विरोधी माने जाने वाले भूपेंद्र सिंह और गोपाल भार्गव के बीच ऐसी विषम परिस्थितियों में नजदीकियां भी सियासी जुबान पर खूब कसीदे गढ़ रही है।