रफीक खान
मध्य प्रदेश के 35 वे मुख्य सचिव के रूप में अनुराग जैन बागडोर संभालेंगे। लंबी रस्साकशी के बाद राजेश राजौरा दौड़ से बाहर हो गए। ऐसा माना जा रहा था कि सोमवार को यानी 30 सितंबर को नए मुख्य सचिव के रूप में राजेश राजौरा के नाम को अंतिम रूप दे दिया जाएगा लेकिन दिल्ली से नया फरमान जारी हुआ और इसके तहत मुख्य सचिव के रूप में अनुराग जैन के नाम को फाइनल किया गया। Anurag Jain will be the new CS of Madhya Pradesh, Rajesh Rajoura was stopped after a long tug of war.
जानकारी के मुताबिक कहा जाता है कि मध्यप्रदेश के नए मुख्य सचिव अनुराग जैन होंगे। वे अगस्त 2025 तक इस पद पर रहेंगे। जैन 1989 बैच के आईएएस अफसर हैं। मौजूदा मुख्य सचिव वीरा राणा का सर्विस एक्सटेंशन 30 सितंबर यानी आज खत्म हो रहा है। जैन को मुख्य सचिव बनाने से किसी भी अफसर को सुपर सीड नहीं किया जाएगा। उनकी नियुक्ति का आधार उनका अनुभव और सीनियोरिटी है। वे सीएम डॉ मोहन यादव की पसंद भी हैं। अनुराग जैन को सीएस बनाने की चर्चा नौ महीने पहले भी हुई थी, जब सीएम डॉ. मोहन यादव से दिल्ली स्थित एमपी भवन में उनकी मुलाकात हुई थी। माना जा रहा था कि वे जल्द ही एमपी लौट सकते हैं। अनुराग जैन 30 मई 2020 से केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर थे। पूर्व मुख्य सचिव रहे इकबाल सिंह बैंस के एक्सटेंशन के समय भी जैन के मुख्य सचिव बनने की चर्चा थी, लेकिन केंद्र ने उन्हें नहीं छोड़ा। अनुराग जैन के साथ राजेश राजौरा, मोहम्मद सुलेमान और जेएन कंसोटिया के नाम भी मुख्य सचिव के लिए चर्चा में थे। 10 साल पहले पीएमओ में संयुक्त सचिव रहे अनुराग जैन को मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल में सबसे अहम मंत्रालय रोड, ट्रांसपोर्ट एंड हाईवे की कमान दी गई है। जैन मप्र के तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के दो बार सचिव रह चुके हैं। वे भोपाल के कलेक्टर भी रहे हैं। जैन वित्त प्रबंधन के अच्छे जानकार माने जाते हैं।2019 में केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से लौटने के बाद कमलनाथ सरकार ने उन्हें वित्त विभाग की जिम्मेदारी सौंपी थी। लेकिन मई 2020 में वे फिर से प्रतिनियुक्ति पर केंद्र चले गए। सोमवार को सुबह से पूरे प्रशासनिक हलके में मुख्य सचिव के नाम को लेकर चल चर्चा चल रही थी जो इस नाम के सामने आने के बाद समाप्त हो गई।