रफीक खान
मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले में गुरुवार को कोतवाली थाने में पदस्थ पुलिस सब इंस्पेक्टर को भगवाधारी युवकों ने उठाकर दबोच लिया। उससे ₹50000 की रकम भी ले ली। वर्दी धारी पुलिस सब इंस्पेक्टर के साथ हुई इस घटना के बाद वहां हड़कंप की स्थिति निर्मित हो गई। हालांकि कुछ देर बाद ही लोगों को समझ में आ गया कि दरअसल यह पुलिस सब इंस्पेक्टर रिश्वतखोर है और रिश्वतखोरी की ₹50000 ले रहा था। तभी जबलपुर से गई लोकायुक्त पुलिस की टीम ने उसे रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। लोकायुक्त पुलिस की टीम ने वहां से SI को ले जाकर पहले रेस्ट हाउस में पूछताछ की तथा थाने व अन्य स्थानों की भी जांच की जा रही है।
जानकारी के मुताबिक कहा जाता है कि जबलपुर लोकायुक्त पुलिस विशेष स्थापना शाखा के एसपी संजय साहू को अलाउद्दीन नाम के व्यक्ति ने शिकायत की थी कि थाना कोतवाली में पदस्थ सब इंस्पेक्टर जितेन्द्र यादव उससे एक लाख रूपए की रिश्वत मांग रहा है। लोकायुक्त टीम ने शिकायत की जांच की और शिकायत सही पाए जाने पर सब इंस्पेक्टर जितेन्द्र यादव को 50 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथों गिरफ्तार किया है। फरियादी अलाउद्दीन ने अपनी शिकायत में बताया है कि सब इंस्पेक्टर जितेन्द्र यादव ने उसके खिलाफ सुपारी देने का प्रकरण बना दिया था और उसे कोर्ट में पेश करने के एवज में 1 लाख रूपए की रिश्वत मांग रहा था। बीते 25 अगस्त को उसे एसडीएम कोर्ट में भी पेश किया गया था, जहां से उसे जमानत मिल गई थी। जमानत मिलने के बाद ही उसने रिश्वतखोर सब इंस्पेक्टर के खिलाफ लोकायुक्त में शिकायत की थी। लोकायुक्त पुलिस टीम की इस कार्रवाई के बाद खासतौर से छिंदवाड़ा शहर की पुलिस में भी हड़कंप मचा हुआ है।