रफीक खान
राजस्थान के प्रतापगढ़ जिले में ₹800000 की रिश्वत मामले में एंटी करप्शन ब्यूरो ACB की टीम ने अरनोद थाने के स्टेशन हाउस ऑफिसर SHO सुरेंद्र सिंह सोलंकी को अरेस्ट किया है। इस मामले का सीधा लिंक जिले के पुलिस अधीक्षक लक्ष्मण दास से कनेक्ट था, उन पर भी गाज गिर गई है। राज्य सरकार ने उन्हें हटाकर एडिशनल एसपी को प्रभार दिल दिया है। इस मामले की जांच की जा रही है और SP तथा TI के अलावा जो भी लिंक रिश्वतखोरी के लिए सामने आएंगे और सभी पर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा चलाया जाएगा। एंटी करप्शन ब्यूरो के अलावा पुलिस मुख्यालय ने एक विशेष टीम गठित कर जांच के निर्देश भी दिए हैं।
जानकारी के मुताबिक बताया जाता है कि TI सोलंकी के साथ एक दलाल गुड्डू लाल उर्फ कांतिलाल प्रजापत भी गिरफ्तार हुआ है। राज्य सरकार ने प्रतापगढ़ के एसपी लक्ष्मणदास को एपीओ कर दिया गया है। चूरू के रहने वाले लक्ष्मण दास हाल ही आरपीएस से प्रमोट होकर आईपीएस बने थे। एसपी के तौर प्रतापगढ़ में उनकी पहली पोस्टिंग थी। कहा जाता है कि परिवादी ने शिकायत दर्ज कराई थी कि एसएचओ सुरेंद्र सिंह एनडीपीएस एक्ट यानी नशीले पदार्थों की तस्करी के केस में फंसाना चाहता है। इस केस में फंसने से बचने के लिए 8 लाख रुपए की मांग करते हुए प्रताड़ित कर रहा है। इस पर एसीबी ने शिकायत का सत्यापन कराया। शिकायत सही पाए जाने के बाद दलाल गुड्डू और अरनोद एसएचओ सुरेंद्र सोलंकी को ट्रेप कर लिया गया। एसपी लक्ष्मण दास को हटाने के बाद राज्य सरकार ने एडिशनल एसपी को जिला एसपी का चार्ज दिया है। जब तक नए एसपी की नियुक्ति नहीं कर दी जाती, तब तक एडिशनल एसपी ही कार्यभार संभालेंगे।