रफीक खान
मध्य प्रदेश के रतलाम जिला अंतर्गत जावरा में पुलिस चेकिंग के दौरान भारतीय जनता पार्टी के एक नेता का जमकर विवाद हो गया। चालानी कार्रवाई से बचने के लिए भाजपा नेता अपनी बाइक से भागने की कोशिश में दबोच लिए गए और फिर झूमा झटकी तथा उनकी बाइक जप्त कर जबरिया पुलिस वन में बिठाने को लेकर हंगामा होता रहा। शुक्रवार की शाम करीब 7:30 8:00 बजे हुई इस घटना के बाद बड़ी तादाद में क्षेत्रीय नागरिक एकत्रित हो गए और महू नीमच फोरलेन हाईवे को जाम कर दिया गया। इस दौरान करीब ढाई घंटे हाईवे के दोनों और सैकड़ो की तादाद में वहां फंसे रहे। एसपी ने दो सब इंस्पेक्टर्स को लाइन अटैच करने का आदेश दिया, तब जाकर चक्का जाम समाप्त हुआ।
जानकारी के मुताबिक कहा जाता है कि रतलाम जिले के पिपलौदा के भाजपा मंडल के कार्यसमिति सदस्य देवी सिंह गुर्जर शुक्रवार शाम करीब पौने आठ बजे बाइक से रतलाम नाका से होकर गुजर रहे थे। यहां जावरा सिटी पुलिस वाहनों की जांच कर चालानी कार्रवाई कर रही थी। इसी दौरान देवी सिंह गुर्जर को रोका गया। पुलिस के रोकने पर वे नहीं रुके और अपनी बाइक भगाने की कोशिश की। उनके साथ परिवार की महिला भी थी। पुलिस ने उन्हें पकड़ा और चालान काट दिया लेकिन देवी सिंह गुर्जर ने चालान नहीं भरा। इसे लेकर विवाद हुआ। जिसके बाद पुलिस उन्हें पकड़कर अपने वाहन में बैठाने लगी। इस दौरान झूमाझटकी भी हुई। इसका वीडियो सामने आया है। रोड जाम के दौरान बीजेपी नेता देवीलाल गुर्जर बेहोश हो गया। जिसे एंबुलेंस से अस्पताल ले जाया गया। देवीलाल गुर्जर अरनिया गुर्जर के निवासी है। इसी गांव के लोगों ने पुलिस पर मारपीट का आरोप लगाते हुए रोड को जाम किया था। जावरा सिटी के एसआई दशरथ माली और हीरालाल परमार को लाइन अटैच कर दिया है। पुलिस अधीक्षक राहुल लोड़ा ने जांच के आदेश दिए है। जावरा विधायक राजेंद्र पांडे के नगर में नहीं होने पर उनके बेटे प्रांजल पांडे ग्रामीणों के समर्थन और समझाइश देने के लिए पहुंचा था। उल्लेखनीय है कि देवी सिंह गुर्जर ने 16 दिन पूर्व जावरा के कनिष्ठ खाद्य आपूर्ति अधिकारी प्रेम कुमार अहिरवार को लोकायुक्त से रिश्वत लेते पकड़वाया था।