रफीक खान
कुछ अफसर ऐसे होते हैं, जिन्हें ना तो अपनी पद की गरिमा का ख्याल होता है और ना ही खाकी वर्दी का। बड़ी-बड़ी सजा नजीर के तौर पर सामने आ चुकी हैं लेकिन समाज की यह विकृति थमी नहीं है। रविवार को उत्तर प्रदेश के आगरा जिला अंतर्गत रकाबगंज थाना की प्रभारी महिला इंस्पेक्टर के क्वार्टर में लोगों ने अचानक धावा बोल दिया। वहां पहुंचकर देखा कि मुजफ्फर नगर में तैनात एक अन्य पुलिस इंस्पेक्टर के साथ रंगरेलियां मनाई जा रही थी। फिर क्या था, धाबा बोलने वाले समूह ने दोनों की जमकर पिटाई कर डाली। पुलिस क्वार्टर में ही हुए इस हंगामा के बाद रकाबगंज थाना प्रभारी महिला इंस्पेक्टर को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया तथा मुजफ्फरनगर के पुलिस कप्तान को पुरुष पुलिस इंस्पेक्टर के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए लेटर लिखा गया है। इसके साथ ही मारपीट करने वाले लोगों के खिलाफ भी प्रकरण पंजीबद्ध कर कुछ लोगों को हिरासत में भी ले लिया है।
जानकारी के मुताबिक बताया जाता है कि मारपीट करने वाले लोग इंस्पेक्टर पवन कुमार के ससुराली थे। जिनमें उसका बेटा और पत्नी भी शामिल थी। पत्नी ने पुलिस अधिकारीयों को बताया कि उसका पति घर से झूठ बोलकर आया था। वह थाना मुजफ्फरनगर में तैनात है। घर से तबादले की बात कह कर प्रयागराज जाने की कहकर आया था और यहां रंगरलियां मना रहा था। इंस्पेक्टर्स के साथ मारपीट का यह वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। थाना प्रभारी शैली राणा उन्हीं आवासों में से एक में रहती है। थाना प्रभारी महिला इंस्पेक्टर शैली राणा के मकान पर पहुंच गए। दरवाजा खुलवाया तो कमरे में शैली राणा के साथ पवन कुमार नाम के पुलिस इंस्पेक्टर मिले। लोगों ने दोनों इंस्पेक्टर्स की जमकर पिटाई लगाई। स्थानीय मीडिया से चर्चा करते हुए आगरा की एसीपी सदर सुकन्या शर्मा ने बताया कि पवन कुमार नामक इंस्पेक्टर मुजफ्फरनगर में तैनात है। वह आगरा में अपनी महिला मित्र इंस्पेक्टर शैली राणा थाना प्रभारी रकाबगंज से मिलने आया था। मारपीट करने वाले के खिलाफ पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। साथ ही थाना रकाबगंज की प्रभारी महिला इंस्पेक्टर शैली राणा को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। मुजफ्फरनगर से आए इंस्पेक्टर पर कार्रवाई करने के लिए उच्च अधिकारियों को पत्र भेज दिया गया है।