रफीक खान
मध्य प्रदेश के पूर्व आईएएस अधिकारी तथा रियल स्टेट रेगुलेटरी अथॉरिटी यानी रेरा के अध्यक्ष एपी श्रीवास्तव पर ईओडब्ल्यू EOW ने शिकंजा कस दिया है। आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ द्वारा लगातार वायरल हो रही शिकायतों पर संज्ञान लेते हुए साक्षयों का संग्रहण किया और बुधवार की शाम प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। रेरा अध्यक्ष पर मुख्य रूप से अपने पद के दुरुपयोग करने का आरोप है। उसके तहत रेरा अध्यक्ष एपी श्रीवास्तव ने कानून की धज्जियां उड़ाते हुए अनाप-शनाप काम किए हैं।
जानकारी के मुताबिक कहा जाता है कि पिछले कुछ समय से रेरा चेयरमैन व पूर्व आईएएस अधिकारी श्रीवास्तव चर्चा में बने हुए हैं। अब प्रभाष जेटली की शिकायत पर ईओडब्ल्यू ने प्राथमिकी दर्ज की है। उन पर रेरा में हुई नियुक्तियों में गड़बड़ी करने का आरोप है। साथ ही आकृति बिल्डर्स के मामलों को रद्द करने पर सवाल खड़े हुए हैं। एपी श्रीवास्तव के खिलाफ प्रभाष जेटली ने शिकायत की है। इसमें उन्होंने मिश्रा पर रेरा में नियुक्तियों में गड़बड़ी के साथ आकृति ग्रुप के बिल्डर के खिलाफ चल रही जांच के बीच उससे आवासीय भूखंड खरीदने का आरोप लगाया है। आरोप है कि आकृति डेवलिंक्स प्राइवेट लिमिटेड के आकृति गार्डन्स प्रोजेक्ट में एपी श्रीवास्तव और उनकी पत्नी नीति श्रीवास्तव द्वारा आवासीय भूखण्ड नं. बी-168 लिया गया। इसके साथ रेरा अध्यक्ष की हैसियत से श्रीवास्तव ने आकृति डेवलिंक्स के सभी प्रोजेक्ट को रद्द कर दिया, जबकि न्यायिक प्रक्रिया की सूचिता को देखते हुए श्रीवास्तव को आकृति डेवलिंक्स के प्रोजेक्ट को रेरा अध्यक्ष की हैसियत से सुनवाई नहीं करनी थी। बिना विज्ञापन के भारती करने का भी आरोप है।