ब्रिटेन में बांग्लादेश रिपीट की कोशिश? लगातार हो रही हिंसा Attempt to repeat Bangladesh in Britain? continuous violence - khabarupdateindia

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ब्रिटेन में बांग्लादेश रिपीट की कोशिश? लगातार हो रही हिंसा Attempt to repeat Bangladesh in Britain? continuous violence


रफीक खान
ब्रिटेन में लगातार कई महीनो से चल रही हिंसा से ऐसे संकेत मिल रहे हैं कि संभवत: बांग्लादेश की स्क्रिप्ट यहां रिपीट हो सकती है। रोज खून खराबे की खबरों से अमन चैन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। साउथ पोर्ट में तीन बच्चियों की मौत के बाद अप्रवासियों को बड़े स्तर पर निशाना बनाया जा रहा है। धुर दक्षिणपंथी प्रदर्शनों का मुकाबला करने और अप्रवासियों तथा जातीय अल्पसंख्यकों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए नस्लवाद का विरोध भी बेहद तेज हो गया है। हजारों की संख्या में लोग सड़कों पर उतर रहे हैं।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बुधवार रात 11 बजे तक ब्रिटिश सरकार द्वारा भारी पुलिस बल तैनात किए जाने के बाद 100 से अधिक संख्या में नियोजित दक्षिणपंथी प्रदर्शन नहीं हो पाए। वहीं, बड़ी संख्या में नस्लवाद विरोधी प्रदर्शनकारी लंदन, ब्रिस्टल, ब्राइटन, बर्मिंघम, लिवरपूल, हेस्टिंग्स और वाल्थमस्टो जैसे शहरों और कस्बों की सड़कों पर उमड़ पड़े। नस्लवाद विरोधी प्रदर्शनकारियों ने हाथों में तख्तियां ले रखी थीं, जिसमें लिखा था कि फासीवाद और नस्लवाद को नष्ट करें, शरणार्थियों का स्वागत है, अति दक्षिणपंथ को रोकें और प्यार करो, नफरत नहीं। ब्राइटन में केवल कुछ ही संख्या में अति-दक्षिणपंथी प्रदर्शनकारी पहुंचे, जिनकी संख्या नस्लवाद-विरोधी भीड़ से काफी कम थी। यह ब्रिटेन के लिए राहत की बात है, क्योंकि कई दिनों से देश में मुसलमानों और आम तौर पर आप्रवासी आबादी को निशाना बनाकर दक्षिणपंथी विरोध प्रदर्शन चल रहे थे, जिसके परिणामस्वरूप पुलिस अधिकारी घायल हो गए, दुकानों को लूट लिया गया और शरणार्थियों के होटलों पर हमला किया गया। ऐसा कहा जा रहा है कि सोशल मीडिया के जरिये अफवाह फैलाई गई कि साउथपोर्ट में बच्चों की हत्या करने वाला युवक कट्टरपंथी मुस्लिम प्रवासी था। हालांकि, अधिकारियों ने बताया कि 17 साल का संदिग्ध चाकूबाज, जिसे हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया है, उसका इस्लाम से कोई संबंध नहीं है। इसके बाद सैकड़ों प्रदर्शनकारी सड़कों पर उतर आए। अप्रवासी विरोधी और मुस्लिम विरोधी प्रदर्शनकारी रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं और लगातार विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं। ब्रिटेन के लिवरपूल, ब्रिस्टल, हल और बेलफास्ट में प्रदर्शन किए। इनके विरोध में नस्लवाद विरोध करने वाले भी सड़क पर आ गए और दोनों गुटों में जमकर हिंसक झड़प हुई। दोनों ने एक दूसरे पर ईंटें और बोतलें फेंकीं। कुछ स्थान पर फायरिंग और बम फेंके जाने की भी खबरें हैं। कुल मिलाकर स्थिति यहां भी नियंत्रण में नहीं है।