रफीक खान
मध्य प्रदेश के जबलपुर शहर में स्थित कैंटोनमेंट एरिया सदर में निकल गए एक जुलूस के दौरान लाउडस्पीकर और डीजे के जरिए एक धर्म विशेष के लोगों को गंदी-गंदी गलियां दिए जाने का मामला कानून व्यवस्था के लिए चुनौती बन गया है। विश्व हिंदू परिषद के बैनर तले निकाले गए इस जुलूस में जिस तरह की हरकत की गई, वह शहर के इतिहास में पहली बार देखी गई है। यूं तो जबलपुर शहर गंगा जमुना तहजीब की पूरे प्रदेश में अगुवाई करता रहा है और सदर बहुत ही शांत क्षेत्र माना जाता रहा लेकिन कुछ उपद्रवी तत्वों के द्वारा की जा रही शरारत अब फिजा को पलीता लगाने में लगी हुई है। सदर में जो घटना हुई उसका वीडियो सोशल मीडिया पर खुद आरोपियों द्वारा अपलोड कर वायरल किया गया। जब यह जानकारी धर्म विशेष के लोगों और अमन पसंद लोगों तक पहुंची तो पुरजोर विरोध किया जाने लगा। शांतिपूर्ण तरीके से मस्जिद कमेटी, सदर मुस्लिम समुदाय, वकीलों के संगठन तथा कांग्रेस पार्षद दल ने संभाग आयुक्त अभय वर्मा, आईजी अनिल सिंह कुशवाहा, एसपी आदित्य प्रताप सिंह आदि को ज्ञापन सौंप कर आरोपियों के विरुद्ध एनएसए जैसी कठोर प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की मांग की गई है।
अलग-अलग समूह द्वारा सौंप गए ज्ञापन में कहा गया है कि दिनांक 25/08/ 2024 को वि् हिन्दू परिपद् द्वारा आयोजित रैली में जबलपुर सदर की जामा मस्जिद के सामने मुस्लिम धर्म के खिलाफ डी. जे एवं स्पीकर मे अशलील,असह्नीय भइकाउ नारे लगा कर नगर की शांति वयवस्था भंग करने का प्रयास किया गया। जिसमे मुल्लों सुधर जाओ और मॉ बहन जैसी अश्लील गालियॉ एवं भइकाउ नारे लगाये गये।जो कि विडियो में सुना जा सकता है। इस उग्र प्रदर्शन की निखिल रजक के इन्सटाग्राम पेज पर वीडियो एवं स्टोरी डाली गयी। इसमें उनके साथ अन्य साथी अनुराग पिल्लई, दीपांशु गुपता एवं लगभग 200-300 लोग इसमें शामिल थे, जिन्हे विडियो में पहचाना भी जा सकता है। जिसमे हथियार भी दिखाई दे रहे हैं। संभाग आयुक्त अभय वर्मा को ज्ञापन सौंपने के दौरान कांग्रेस पार्षद दल के नेता प्रतिपक्ष अमरीश मिश्रा, उप नेता प्रतिपक्ष शगुफ्ता उस्मानी गुड्डू नबी, सचेतक अयोध्या तिवारी, गुलाम हुसैन, शफीक हीरा, याकूब अंसारी, वकील अंसारी, अख्तर अंसारी, अख्तर अंसारी, राकेश पांडे, ताहिर अली, हर्षित यादव, मनीष पटेल, अनुपम जैन, लक्ष्मण गोटिया, राजेश यादव आदि पार्षद ग्रहण उपस्थित थे ।