रफीक खान
मध्य प्रदेश के जबलपुर में स्थित टेलीग्राफ यानी कि टेलीकॉम फैक्ट्री की करीब 70 एकड़ जमीन को बचाने के लिए अब हाई कोर्ट की राह भी पकड़ ली गई है। ऑक्सीजन की इस फैक्ट्री को बचाने के लिए कानूनी तैयारी कर ली गई है। हाईकोर्ट में इस याचिका पर जल्द सुनवाई की उम्मीद है। उधर शहर के प्रख्यात नेत्र विशेषज्ञ डॉक्टर पवन स्थापक भी लगातार तरह-तरह के आंदोलन चलाकर जनप्रतिनिधियों को जोड़ने की कोशिश कर रहे हैं। विरोध, मांग और जन जागरण के अनेक कार्यक्रम किए जा रहे हैं। इस बार डॉक्टर स्थापक के आवाहन पर महापौर व विधायक की उपस्थिति में पर्यावरण जागरूकता रैली भी निकाली गई।
बताया जाता है कि जबलपुर में बंद हो चुकी टेलीकॉम फैक्ट्री की 70 एकड़ जमीन पर लगे जंगल को बचाने के लिए नागरिक उपभोक्ता मंच ने जबलपुर हाई कोर्ट में याचिका दायर की है। जिसमें शहर के बीचों बीच स्थित 20 हजार पेड़ों वाले जंगल को बचाने की मांग की गई है।दरअसल जबलपुर शहर के रानीताल इलाके में बीएसएनएल की टेलीकॉम फैक्ट्री संचालित होती थी, जो अब बंद हो चुकी है और बीएसएनएल ने इस जमीन को बेचने की निविदा निकाल दी है। फैक्ट्री की 70 में से 26 एकड़ जमीन राज्य सरकार ने दी थी लिहाजा जमीन को वापिस लेने का आदेश देते हुए सरकार ने हाई कोर्ट में याचिका दायर की है। कोर्ट में लंबित इसी मामले में अब शहर के सामाजिक संगठन की ओर से एक हस्तक्षेप याचिका दायर की गई है, जिसमें जमीन की बिक्री रोकने और उसमें लगे 20 हजार पेड़ों को कटने से बचाने की मांग की गई है। याचिका में कहा गया है कि शहर के बीचों बीच इतने सारे पेड़ शहर के लिए ऑक्सीजन फैक्ट्री से कम नहीं है।
सेव जबलपुर लंग्स का अयोजन
सेव जबलपुर लंग्स की मुहिम के तहत टेलीकॉम फैक्ट्री के जंगल को बचाने के लिए पर्यावरण जागरूकता रैली का आयोजन जबलपुर पर्यावरण संरक्षक मंच, रोटरी क्लब जाबालिपुरम, स्टेडियम परिवार, मॉर्निंग वॉकर्स क्लब एवं विभिन्न सामाजिक संस्थाओं के तत्वावधान में किया गया I रैली रानीताल चौक से प्रारम्भ होकर हनुमान मंदिर गेट नं 2,गेट नं 4,स्नेह नगर,लेबर चौक,गेट नं 1 से होते हुए रानीताल चौक पर समाप्त हुई। समापन के अवसर पर उत्तर-मध्य विधायक अभिलाष पांडे ने कहा कि भारत सरकार पर्यावरण के लिए बहुत संजीदा है। इसके तहत भारत सरकार का " एक पेड़ अपनी माँ के नाम " कार्यक्रम भी चल रहा है I मैंने टेलीकॉम जंगल बचाने हेतु पत्र भी लिखा है और मुख्यमंत्री जी से व्यक्तिगत चर्चा भी की है और उन्होंने आश्वस्त किया कि टेलीकॉम के इस जंगल को बचाया जायेगा। महापौर जगत बहादुर अन्नू ने कहा कि नगर निगम क्षेत्र में सत्तर एकड़ का यह जंगल ऑक्सीजन का मुख्य सोत्र है और एक बार नष्ट होने पर इतना बड़ा जंगल कभी बनाया भी नहीं जा सकता। सेव जबलपुर लंग्स की मुहिम के तहत डॉ पवन स्थापक ने उपस्थित जनसमुदाय को शपथ दिलाई कि टेलीकॉम के इस जंगल को जो की जबलपुर का प्राण है, इसको बचाने के लिए हम सब मिलकर अभियान चलाते रहेंगे। जैसा की हम जानते है कि भारत सरकार पर्यावरण के लिए संवेदनशील है जरूर जल्द ही जबलपुर के इस ऑक्सीजन बैंक को संरक्षित करने के लिए हम सबको आश्वस्त करेगी। रैली को सफल बनाने में अनिल गुप्ता, धर्मेंद्र शुक्ला, अमरीश मिश्रा, श्रीमती अनुपमा स्थापक, अजीत दुबे, पियूष जैन, देवेंद्र सोनी, संतोष विश्वकर्मा, गिरीश खंडेलवाल, एच पी तिवारी, दीपांशु दुबे, सुधांशु गुप्ता, मदन तिवारी, रोटरी क्लब जाबालिपुरम, देवजी नेत्रालय परिवार, स्टेडियम परिवार, कदम संस्था इण्डियन मेडिकल एसोसिएशन , सिटीजन फॉर नेचर आदि का सहयोग रहा।